गोड्डा: जिले के राजा भिटा स्वास्थ्य केंद्र वैसे दिखने में कोई बड़ा सा अस्पताल दिखता है. लेकिन जब यहां मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं तब उन्हें यहां की हकीकत से रूबरू होना पड़ता है.
निराश होकर लौटना पड़ता है
इस स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थकर्मी के नाम पर दो नर्स पदस्थापित हैं. वहीं एक चिकित्सक मो खालिद नियुक्ति तो हैं लेकिन उन्होंने भी अपनी सुविधा के मुताबिक अपनी प्रतिनियुक्ति महगामा में करवा ली है. ऐसे में जो मरीज आते हैं उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है.
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2012 में हुआ था उद्धाटन
लोग तो यहां तक कहते हैं कि यहां इलाज की जगह जान गंवानी पड़ती है. बता दें कि इस हॉस्पिटल का उद्घाटन 2012 में तत्कालीन स्वास्थ्यमंत्री हेमलाल मुर्मू द्वारा किया गया था.