गोड्डा: ललमटिया पुलिस ने दारोगा पर गोली चलाने वाले अपराधी को धर दबोचा है. मुंबई के पुणे इंडस्ट्रियल एरिया से गिरफ्तार किया है. तीन महीने बाद पुलिस को यह सफलता हाथ लगी है. गौरतलब है कि बीते 12 अप्रैल को बदमाशों ने ललमटिया थाना प्रभारी चंद्रशेखर पर पिस्टल सटाकर ट्रिगर दबाई थी. गनीमत थी कि उसमें गोली निकली नहीं थी वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
क्या हुआ था 12 अप्रैल की रात: 12 अप्रैल को ललमटिया थाना प्रभारी चंद्रशेखर गस्ती में लोहांडिया गए थे. इसी दौरान कुछ नकाबपोश अपराधी अचानक से उन पर पिस्टल सटाकर ट्रिगर दबा दिया. लेकिन गोली चली नहीं और अपराधी जल्दबाजी में अंधेरे का फायदा उठा फरार हो गए. इस घटना में एक आरोपी को पूर्व में गिरफ्तार किया था. तब पुलिस ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया था लेकिन जब इस मामले में गिरफ्तारी हुई तो घटना की पुष्टि हो गई.
इधर जिस थाना प्रभारी चंद्रशेखर सिंह पर गोली चली थी, उसी के नेतृत्व में मुख्य आरोपी शूटर मानवेल हांसदा को पुलिस ने तीन महीने बाद पुणे से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी ने हिलारिउस हांसदा पर जान से मारने की नीयत से गोली चलाने और अनिल हेंब्रम की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता के होने की बात पुलिस के समक्ष स्वीकारी है.
इस गिरफ्तारी से पुलिस ने एक बड़े कांड से पर्दा उठाते हुए आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाया है. इस घटना के बाद से ही लोग पुलिस के बारे में कानाफूसी करने लगे थे. जिसमें अपराधियों के बढ़ते मनोबल की हर तरफ चर्चा हो रही थी. इधर कोयला चोरी और अवैध वसूली के कारोबार में आपसी वर्चस्व के मद्देनजर आपराधिक गिरोह संगठित होकर आपराधिक घटना को समय समय पर अंजाम देते है.