गोड्डा: देश की पहलवान ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक के संन्यास लेने और बजरंग पुनिया द्वारा पद्मश्री लौटाने के मुद्दे पर कांग्रेस विधायक और राष्ट्रीय सचिव दीपिका पांडे सिंह ने इसे पूरे देश के लिए दुख की बात बताया है. उन्होंने कहा कि जो हुआ है यह पूरे देश के लिए दुख की बात है. जब ऐसे खिलाड़ी पदक जीतते हैं तो पूरा देश गौरवान्वित होता है, लेकिन आज वही खिलाड़ी इतना मजबूर हो गया है कि उसे अपना पदक लौटाना पड़ा है.
विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि हर राजनीतिक दल यहां तक कि बीजेपी के नेताओं को भी इस बारे में सोचने की जरूरत है. आज गोड्डा जैसे छोटे शहर में राष्ट्रीय नेटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, इसका उद्देश्य खेल को बढ़ावा देना और सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है.
नए अध्यक्ष के विरोध में साक्षी मलिक ने छोड़ी कुश्ती: गौरतलब है कि साक्षी मलिक ने ये कहकर खेल को अलविदा कह दिया कि जो लोग आज कुश्ती महासंघ में आए हैं, उनके साथ खेलने से बेहतर होगा कि वह कुश्ती छोड़ दें, बजाय इसके कि वे उन लोगों के साथ खेलें, जो ब्रृजमोहन सिंह के बिजनेस पार्टनर हैं. इससे पहले साक्षी मलिक ने कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रृजमोहन सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया था. उनके साथ बजरंग पूनिया, बबीता फोगाट समेत कई मशहूर लोग भी शामिल हुए थे. इस बार जब कुश्ती महासंघ का चुनाव हुआ तो बृजमोहन सिंह के करीबी संजय सिंह अध्यक्ष का चुनाव जीते. जिसके विरोध में साक्षी मलिक ने ये फैसला लिया.
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