गोड्डा: झारखंड सरकार ने लॉकडाउन को देखते हुए झारखंड के विभिन्न प्रखंडों में कोई भी गरीब भूखा ना रहे, इसके लिए मुख्यमंत्री दाल भात योजना प्रारंभ किया है. इस योजना के तहत हर उस व्यक्ति को नियमानुसार भोजन कराना है, जो जरूरतमंद और लाचार है. लेकिन इस योजना का लाभ गोड्डा के मेहरमा प्रखंड अंतर्गत पिरोजपुर गांव के लोग नहीं उठा पा रहें है क्योंकि जब मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र में लोग खाना खाने जाते है तो उन्हें दुत्कार कर भगा दिया जाता है.
बता दें कि ये केंद्र एक स्वयं सहायता समूह संचालित कर रही है. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि भोजन कराने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने वहां के स्थानीय मुखिया ने खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव के गठित प्रखंड निगरानी कमेटी के पास लोगों ने शिकायत किया. मौके पर निगरानी समिति के सभी सदस्य अंजू लता देवी, पंकज कुमार, अतुल नयन कुमार ने केंद्र पर निरीक्षण किया.
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वहीं, इस पूरे मामले पर केंद्र के संचालिका का कहना है कि उन्हें नहीं पता है किसे खिलाना है, किसे नहीं खिलाना है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को विद्यालय में चावल दिया जाता है. इसी कारण बच्चों को नही खिलाते है. जबकि इस केंद्र में हर उस व्यक्ति को नियमानुसार भोजन कराना है, जो जरूरतमंद और लाचार है.