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Reality of Bridge in Godda: एप्रोच रोड के अभाव में नहीं चालू हो सका पुल, श्रमदान से सड़क बनाने को विवश हैं लोग - गोड्डा न्यूज

गोड्डा में ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए वर्षों पहले पुल बनाया गया. लेकिन पुल को एप्रोच रोड से जोड़ा नहीं गया. स्थिति यह है कि आजतक पुल से गुजरना ग्रामीणों के लिए सपना बना हुआ है.

गोड्डा में पुल की हकीकत
Reality of Bridge in Godda
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Published : Dec 9, 2021, 11:41 AM IST

Updated : Dec 9, 2021, 12:07 PM IST

गोड्डाः सदर प्रखंड के नून बट्टा पंचायत स्थित नदी पर वर्षों पहले पुल निर्माण का कार्य शुरू किया गया, ताकि स्थानीय लोगों को आने-जाने में परेशानी नहीं हो. पुल बनकर तैयार भी हो गया. लेकिन एप्रोच रोड के अभाव में पुल आज भी चालू नहीं हो सका है. अब प्रशासनिक खामियों से परेशान ग्रामीण श्रमदान कर खुद से सड़क बनाने को विवश हैं.

यह भी पढ़ेंःमहज 6 साल पहले बना पुल हुआ जर्जर, पुल की मरम्मती के लिए ग्रामीणों ने की मांग

स्थानीय लोग दिन-रात नदी से होकर आते-जाते हैं. वर्तमान में खेती का समय है और खेत से फसल को खलिहान तक लाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस परेशानी को देखते हुए स्थानीय लोगों ने निर्णय लिया कि अपने स्तर से ही मिट्ठी भरकर सड़क बनाई जाए. इस निर्णय के आलोक में ग्रामीण श्रमदान कर सड़क बनाने में जुटे हैं, ताकि छोटे वाहनों और टैक्टर से फसल खलिहान तक पहुंचाई जा सके.

देखें पूरी खबर

नहीं बना एप्रोच रोड

ग्रामीण कहते हैं कि हमलोगों की परेशानी को देखते हुए तत्कालीन सरकार ने पुल बनाया. लेकिन एप्रोच रोड बनाना छोड़ दिया, जो आजतक नहीं बना है. इससे लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए पुल का कोई उपयोग नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि एप्रोच रोड बनाने को लेकर प्रशासन से भी शिकायत की. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. मजबूरन ग्रामीण अपने स्तर से सड़क बनाने को मजबूर हैं.

बारिश के दिनों में काफी परेशानी

ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में परेशानी काफी बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि पूरे इलाके में बाढ़ की स्थिति बन जाती है. इस बाढ़ में भी डूब-डूब कर नदी पार करते हैं. लेकिन हम ग्रामीणों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.

गोड्डाः सदर प्रखंड के नून बट्टा पंचायत स्थित नदी पर वर्षों पहले पुल निर्माण का कार्य शुरू किया गया, ताकि स्थानीय लोगों को आने-जाने में परेशानी नहीं हो. पुल बनकर तैयार भी हो गया. लेकिन एप्रोच रोड के अभाव में पुल आज भी चालू नहीं हो सका है. अब प्रशासनिक खामियों से परेशान ग्रामीण श्रमदान कर खुद से सड़क बनाने को विवश हैं.

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स्थानीय लोग दिन-रात नदी से होकर आते-जाते हैं. वर्तमान में खेती का समय है और खेत से फसल को खलिहान तक लाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस परेशानी को देखते हुए स्थानीय लोगों ने निर्णय लिया कि अपने स्तर से ही मिट्ठी भरकर सड़क बनाई जाए. इस निर्णय के आलोक में ग्रामीण श्रमदान कर सड़क बनाने में जुटे हैं, ताकि छोटे वाहनों और टैक्टर से फसल खलिहान तक पहुंचाई जा सके.

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नहीं बना एप्रोच रोड

ग्रामीण कहते हैं कि हमलोगों की परेशानी को देखते हुए तत्कालीन सरकार ने पुल बनाया. लेकिन एप्रोच रोड बनाना छोड़ दिया, जो आजतक नहीं बना है. इससे लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए पुल का कोई उपयोग नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि एप्रोच रोड बनाने को लेकर प्रशासन से भी शिकायत की. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. मजबूरन ग्रामीण अपने स्तर से सड़क बनाने को मजबूर हैं.

बारिश के दिनों में काफी परेशानी

ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में परेशानी काफी बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि पूरे इलाके में बाढ़ की स्थिति बन जाती है. इस बाढ़ में भी डूब-डूब कर नदी पार करते हैं. लेकिन हम ग्रामीणों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.

Last Updated : Dec 9, 2021, 12:07 PM IST
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