गिरिडीहः युवा बचाओ देश बचाओ मिशन पर एक युवक निकला है. अपने संदेश को प्रसारित करने और देश के युवाओं को एक सूत्र में पिरोने के लिए गुजरात का एक युवक 6 हजार किमी की दौड़ लगा रहा है. गुजरात के रुपेश मकवाना अपने मिशने के तहत गिरिडीह के बगोदर पहुंचे, जहां लोगों ने खुले दिल से रुपेश का स्वागत किया.
गुजरात के अहमदाबाद के रुपेश मकवाना युवा बचाओ देश बचाओ मिशन लेकर 6 हजार किमी की दौड़ लगा रहे हैं. इनकी ये यात्रा कई राज्यों से होकर गुजर रही है. इस दौरान उनके कदम झारखंड में भी पड़े. गुरुवार को रुपेश मकवाना गिरिडीह के बगोदर पहुंचे, यहां लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. रुपेश मकवाना अब तक 48 सौ किमी की यात्रा पूरी कर ली गई है.
रुपेश मकवाना ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में अपने मिशन को साझा किया. रुपेश ने बताया कि युवा बचाओ देश बचाओ मिशन को लेकर वो 21 फरवरी को दिल्ली के इंडिया गेट से दौड़ की शुरुआत की गई थी. इस यात्रा में अबतक महाराष्ट्र, हरियाणा, तमिलनाडु, कर्नाटक, ओडिशा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, झारखंड होते हुए वापस दिल्ली जा रहे है. दिल्ली के इंडिया गेट पर ही दौड़ समाप्त करेंगे.
रुपेश मकवाना ने बताया कि गुरुवार को दौड़ का 73 वां दिन था. वो प्रत्येक दिन 75 किमी की दौड़ लगाते हैं. अपने मिशन को लेकर उन्होंने बताया कि आज युवा एक बड़ी शक्ति है, ऐसे में युवाओं की शक्ति को बचाए रखना जरूरी है. इसके लिए उन्हें नशा से दूर रखने और मोबाइल का कम इस्तेमाल करने जैसी बातों को आदत में लाना होगा. इसके अलावा आज के युवाओं को योग, खेलकूद और पुस्तकों से जोड़ना होगा तभी युवा शक्ति बनी रहेगी और हमारा देश बचेगा.
रुपेश मकवाना ने कहा कि इसके अलावा वो अपने मिशन में पृथ्वी को नष्ट होने से बचाने के लिए पौधे लगाने और उसकी हिफाजत करने को लेकर भी लोगों से अपील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को पॉलिथीन का उपयोग नहीं करना चाहिए. रुपेश ने बताया कि दौड़ के माध्यम से जगह-जगह जब वो रुकते हैं, तब उनके द्वारा यही संदेश देशवासियों और युवाओं को दी जाती है.