गिरिडीह: जिला के देवरी थाना क्षेत्र के ढेंगाडीह पंचायत अंतर्गत गादी गांव में बीते मंगलवार (3 नवंबर) को दो पक्षों में हिंसक झड़प और मारपीट हुई थी. मारपीट की इस घटना में मनोरंजन गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल होने के बाद घायल मनोरजंन राय को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी में भर्ती करवाया गया, जहां पर उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए बेहतर उपचार के लिए गिरिडीह रेफर कर दिया गया था. गिरिडीह से धनबाद और धनबाद से रांची ले जाया गया था, जहां पर उपचार के क्रम में गुरुवार की सुबह में मनोरंजन की मौत हो गयी. इधर मारपीट की इस घटना में युवक की मौत के बाद गादी गांव में तनाव उत्पन्न हो गया.
क्या है मामला
बीते मंगलवार को गादी गांव में दो पक्षों में हुए मारपीट में मनोरंजन राय सहित सात लोग घायल हो गए. जिसमें सीएचसी देवरी में उपचार के बाद पांच लोगों को रेफर कर दिया गया था. घायलों में मनोरंजन राय की हालत बेहद नाजुक बतायी गयी थी. इधर, समाचार लिखे जाने तक युवक का शव गांव नहीं पहुंचा था. घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया है. एक पक्ष के अधिकांश लोगों ने इस घटना के बाद गांव छोड़ दिया है.
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सगे भाई की मौत पर हंगामा
दूसरी ओर परसन ओपी के केंदुआ टोला निवासी तेजलाल साव के दोनों गुमशुदा बच्चों का शव गुरुवार सुबह घर से लगभग पांच सौ मीटर दूर एक कुएं नुमा गड्ढे में मिलने के बाद पुलिस को आक्रोश का सामना करना पड़ा. शव मिलने की खबर क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई और देखते देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. एसडीओ धीरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह, बीडीओ रामगोपाल पांडेय, सीओ शशिकांत सिंकर, इंस्पेक्टर विनय राम, थाना प्रभारी रूपेश कुमार सिंह, परसन ओपी प्रभारी सुरेश लिंडा आदि पूरे दल बल के साथ केंदुआ टोला पहुंचे. बुधवार को तलाशी में कुछ पता ना चलने और गुरुवार को उसी कूप नुमा गड्ढे से लाश मिलने और लाश की स्थिति देख लोग बच्चों की हत्या कर कच्चे कूएं में लाश फेंके जाने का आरोप लगा रहे थे. लोगों ने मेडिकल टीम फोरेंसिक टीम और खोजी स्वान मंगवा घटना की जांच की मांग के साथ केंदुवा और कोडाडीह के बीच धनवार-सरिया मुख्य मार्ग जगह-जगह जाम कर दिया. कुएं से लाश निकलने की बात शुरू हुई, तो लोग उग्र भी हो गए. प्रशासन की नहीं मानी और जांच टीमों के पहुचने तक कुएं से लाश निकालने से मना कर दिया. वे लाश निकले जाने से सबूत मिटने की आशंका जता रहे थे. लोगों में पुलिस के खिलाफ काफी नाराजगी दिख रही थी. लगभग साढ़े तीन बजे फोरेंसिक जांच टीम और खोजी स्वयं के आने के बाद ही कुएं से शव निकल जा सका. वहीं जाम कर रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ा.