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गिरिडीहः लंबे समय से बीमार मजदूर में जगी जीने की आस, प्रशासनिक पहल के बाद शुरू हुआ इलाज

गिरिडीह में एक मजदूर काफी महीनों से बीमार चल रहा था. जिसके बाद प्रशासनिक पहल के बाद उसे बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह ने कहा कि गरीब मजदूर के इलाज में हर संभव सहायता की जाएगी.

Worker treatment started after administrative initiative in giridih
गिरिडीह में प्रशासनिक पहल के बाद शुरू हुआ मजदूर का इलाज
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Published : Apr 24, 2020, 2:46 PM IST

गिरिडीह: बेंगाबाद प्रखंड के फुरसोडीह निवासी बीमार गरीब मजदूर को नई जिंदगी की आस जगी है. लंबे समय से खाट पर पड़ा मजदूर अपने जीवन की अंतिम सांस का इंतजार कर रहा था. मगर प्रशासनिक पहल के बाद बीमार मजदूर का इलाज शुरू कराया गया. वहीं, बेंगाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया है.

गिरिडीह में प्रशासनिक पहल के बाद शुरू हुआ मजदूर का इलाज

जानकारी के अनुसार बेंगाबाद प्रखंड के फुरसोडीह गांव का रहने वाला जगदीश महतो नाम का गरीब मजदूर होली के समय से बीमार चल रहा था और दिन प्रतिदिन उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी. हालत ऐसी हो गई थी कि उसके जीवन की उम्मीद भी नहीं बची थी. बताया जा रहा है कि मजदूर चौक बाजार में दूसरे लोगों के घरों में पानी ढोने का काम करता था. मजदूर की मानसिक स्थिति भी थोड़ी कमजोर है. जिस कारण बीमार पड़ने के बाद से वह इलाज के अभाव में खाट पर पड़ा रहता था. हालांकि उसे हर तरह की सरकारी सुविधा मिल रही थी मगर इलाज की दिशा में कोई सार्थक प्रयास नहीं हो पाई थी.

बता दें कि पिछले कई दिनों से उसने खाना पीना छोड़ दिया था. जिससे उसकी स्थिति काफी खराब हो चुकी है. प्रमुख के साथ पदाधिकारियों ने सुध लिया. जिसके बाद गुरुवार को बेंगाबाद प्रमुख रामप्रसाद यादव, बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह और सीओ डॉ संजय कुमार सिंह ने अस्पताल पहुंच कर बीमार मजदूर की स्थिति का जायजा लिया और चिकित्सक से बातचीत की. जिसके बाद चिकित्सक की सलाह पर उसे फौरन गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया गया. ताकि उसका बेहतर इलाज हो सके. इस क्रम में प्रशासनिक अधिकारियों ने उसके परिवार वालों को कुछ नगद सहायता और खाने-पीने की व्यवस्था कराई और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

ये भी पढ़ें- पलामू में 584 संदिग्धों का हुआ कोरोना टेस्ट, 328 लोगों का आया निगेटिव रिपोर्ट

अंधविश्वास के कारण बिगड़ी हालत

मजदूर जगदीश महतो के बीमार पड़ने के बाद उसकी पत्नी अंधविश्वास में पड़कर इलाज कराने के बजाए झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ गयी. झाड़-फूंक के क्रम में दिन गुजरता चला गया और उसकी स्थिति बिगड़ती चली गयी. लाचार मजदूर का कोई औलाद या रिश्तेदार नहीं होने के कारण उसका इलाज नहीं कराया जा सका. जब स्थानीय ग्रामीणों को मजदूर की बीमारी के बारे में पता चला तब जाकर लोगों ने पहल की और प्रशासनिक अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गयी.

इलाज में की जाएगी पूरी सहायता

इस बाबत प्रमुख रामप्रसाद यादव और बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह ने कहा कि गरीब मजदूर के इलाज में हर संभव सहायता पहुंचायी जाएगी. सरकारी प्रावधान के तहत जो भी लाभ होगा गरीब मजदूर को दिया जाएगा.

गिरिडीह: बेंगाबाद प्रखंड के फुरसोडीह निवासी बीमार गरीब मजदूर को नई जिंदगी की आस जगी है. लंबे समय से खाट पर पड़ा मजदूर अपने जीवन की अंतिम सांस का इंतजार कर रहा था. मगर प्रशासनिक पहल के बाद बीमार मजदूर का इलाज शुरू कराया गया. वहीं, बेंगाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया है.

गिरिडीह में प्रशासनिक पहल के बाद शुरू हुआ मजदूर का इलाज

जानकारी के अनुसार बेंगाबाद प्रखंड के फुरसोडीह गांव का रहने वाला जगदीश महतो नाम का गरीब मजदूर होली के समय से बीमार चल रहा था और दिन प्रतिदिन उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी. हालत ऐसी हो गई थी कि उसके जीवन की उम्मीद भी नहीं बची थी. बताया जा रहा है कि मजदूर चौक बाजार में दूसरे लोगों के घरों में पानी ढोने का काम करता था. मजदूर की मानसिक स्थिति भी थोड़ी कमजोर है. जिस कारण बीमार पड़ने के बाद से वह इलाज के अभाव में खाट पर पड़ा रहता था. हालांकि उसे हर तरह की सरकारी सुविधा मिल रही थी मगर इलाज की दिशा में कोई सार्थक प्रयास नहीं हो पाई थी.

बता दें कि पिछले कई दिनों से उसने खाना पीना छोड़ दिया था. जिससे उसकी स्थिति काफी खराब हो चुकी है. प्रमुख के साथ पदाधिकारियों ने सुध लिया. जिसके बाद गुरुवार को बेंगाबाद प्रमुख रामप्रसाद यादव, बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह और सीओ डॉ संजय कुमार सिंह ने अस्पताल पहुंच कर बीमार मजदूर की स्थिति का जायजा लिया और चिकित्सक से बातचीत की. जिसके बाद चिकित्सक की सलाह पर उसे फौरन गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया गया. ताकि उसका बेहतर इलाज हो सके. इस क्रम में प्रशासनिक अधिकारियों ने उसके परिवार वालों को कुछ नगद सहायता और खाने-पीने की व्यवस्था कराई और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

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अंधविश्वास के कारण बिगड़ी हालत

मजदूर जगदीश महतो के बीमार पड़ने के बाद उसकी पत्नी अंधविश्वास में पड़कर इलाज कराने के बजाए झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ गयी. झाड़-फूंक के क्रम में दिन गुजरता चला गया और उसकी स्थिति बिगड़ती चली गयी. लाचार मजदूर का कोई औलाद या रिश्तेदार नहीं होने के कारण उसका इलाज नहीं कराया जा सका. जब स्थानीय ग्रामीणों को मजदूर की बीमारी के बारे में पता चला तब जाकर लोगों ने पहल की और प्रशासनिक अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गयी.

इलाज में की जाएगी पूरी सहायता

इस बाबत प्रमुख रामप्रसाद यादव और बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह ने कहा कि गरीब मजदूर के इलाज में हर संभव सहायता पहुंचायी जाएगी. सरकारी प्रावधान के तहत जो भी लाभ होगा गरीब मजदूर को दिया जाएगा.

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