गिरिडीहः बगोदर और डुमरी प्रखंड के ग्रामीण महिलाओं के साथ रोजगार देने के नाम पर ठगी का मामला प्रकाश में आया है. प्रगति बाल विकास विधालय नामक संस्था ने पंचायत और वार्ड स्तर पर शिक्षिका, प्रेरक और सह शिक्षिका में बहाली करवाने के नाम पर 46 महिलाओं से डेढ़ लाख रुपये की ठगी की. इसकी सूचना पंचायत के मुखिया टेकलाल चौधरी को मिली तो ठगी के शिकार हुई एक एक महिलाओं के पैसा वापस करवाए.
मुखिया ने बगोदर बीडीओ मनोज कुमार गुप्ता और थाना प्रभारी नीतिश कुमार को घटना की सूचना दी और संस्था के दफ्तर पहुंचे. इसके बाद संस्था ने तत्कार एक लाख 10 हजार रुपये वासप किए. फिर मुखिया ने पैसे महिलाओं को वापस किए. हालांकि, संस्था पर 39 हजार रुपये बकाया रह गया है, जिसे जल्द वापस करने का आश्वासन दिया गया है. मुखिया टेकलाल चौधरी ने बताया कि संस्था की ओर से बेको पूर्वी पंचायत सचिवालय में महिलाओं के साथ बैठक की. इस बैठक में संस्था की ओर से अवैध तरीके से पैसे की वसूली की गई. उन्होंने कहा कि इसकी सूचना मिली तो संस्था के कर्मी से सख्ती से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ.
उन्होंने कहा कि इस ठगी की सूचना बीडीओ और पुलिस को दी. पुलिस ने संस्था के कर्मियों को हिरासत में लिया और कार्रवाई शुरू की. पुलिस की कार्रवाई से डर कर संस्था ने एक लाख 10 हजार रुपये लौटा दिए, पैसे को महिलाओं के बीच वितरण कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि 39 हजार रुपए संस्था पर बकाया है, जिसे जल्द लौटाने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि बकाया रुपया मिलने पर शेष महिलाओं को लौटा दिए जाएंगे.