गिरिडीह: कड़े कानून के बाद भी घरेलू हिंसा की शिकार महिलाएं हो रही है. गिरिडीह में भी पिछले दिनों एक महिला इसी तरह की हिंसा का शिकार हुई थी. इस बीच कानून की मदद से महिला अपने ससुराल पहुंची और हक सामान साथ लेकर गयी.
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जिले के तिसरी में एक महिला पिछले दिनों घरेलू हिंसा का शिकार हुई थी. महिला व उसकी बालिग बेटी के साथ मारपीट की गई थी. मामला थाना भी पहुंचा था. यहां मुन्नी देवी नामक महिला ने अपने पति सच्चिदानंद वर्णवाल पर मारपीट करने का आरोप लगाया था. इस घटना के बाद महिला अपने मायके पटना चली गई.
इस बीच मंगलवार को महिला अपनी शादीशुदा बेटी के साथ पुनः तिसरी पहुंची. महिला के साथ जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम, बाल संरक्षण के काउंसलर श्यामा प्रसाद व तिसरी थाना के पदाधिकारी बेले उरांव भी थी.
इन पदाधिकारियों व स्थानीय मुखिया पति इब्राहिम अंसारी की मौजूदगी में महिला घर के अंदर गयी और अपना सामान साथ ले गई.
बेटी होने के कारण पति करता है मारपीट
इस दौरान महिला मुन्नी देवी ने बताया कि उसे तीन बेटियां है. बेटा नहीं होने के कारण उसका पति आये दिन मारपीट करता है. इस दौरान महिला की बेटी पूनम ने भी अपने पिता पर मारपीट का आरोप लगाया.
पूनम का कहना था जहां पर उसकी शादी की गई वहां भी उसके साथ मारपीट होती है. जब वह मायके आती है तो पिता पीटते हैं.
यहां बता दें कि इस परिवार में पहले भी मारपीट की घटना घटी है. पिछली बार मारपीट की घटना के बाद महिला के पति ने भी फिनाइल पी लिया था. हालांकि समय पर इलाज हुआ तो उसकी जान बच गयी थी. इधर महिला के साथ आई जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने कहा कि यह मामला घरेलू हिंसा से जुड़ा.