गिरिडीहः पति संग महिला का अवैध संबंध पत्नी व बच्चों को नागवार गुजरा. बार बार मना करने के बाद भी जब पति व महिला का प्रेमालाप कम नहीं हुआ तो हत्या की साजिश रची गई. सुपारी किलर की सहायता ली गई और महिला की हत्या कर जंगल में फेंक दिया गया. शव मिलने के नौ दिनों के अंदर गिरिडीह पुलिस ने न सिर्फ इस गुत्थी को सुलझा लिया बल्कि इस हत्याकांड में शामिल एक नाबालिग समेत आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. यह पूरा मामला बगोदर थाना क्षेत्र का है. रविवार की रात को डीएसपी संजय राणा ने इस मामले की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है.
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क्या है पूरा मामलाः दरअसल 28 अप्रैल को बगोदर थाना इलाके के बुढाचांच जंगल में पेड़ से बंधा हुआ एक महिला का शव मिला था. बाद में मृतका की पहचान इसी थाना इलाके के जरमुने निवासी राजेंद्र साव की पत्नी कुंती देवी के तौर पर हुई. इस मामले को लेकर राजेंद्र के लिखित आवेदन पर बगोदर थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई.
एसआईटी ने शुरू की जांचः मामले के अनुसंधान को लेकर गिरिडीह के एसपी अमित रेणू ने विशेष जांच दल का गठन किया. टीम में सरिया-बगोदर के एसडीपीओ नौशाद आलम, इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह, थाना प्रभारी नीतीश कुमार, अवर निरीक्षक नरेश कुमार महतो, रामदुलार सिंह के अलावा टेक्निकल टीम को शामिल किया गया. टीम ने जांच आरंभ की. मृतका के मोबाइल नंबर से लेकर उसके इतिहास को खंगाला गया.
सीसीटीवी से मिला अहम सुरागः जांच टीम ने पता करना शुरू किया तो यह जानकारी मिली कि मृतका दिहाड़ी मजदूरी करती है. इसके बाद यह पता किया गया कि वह कब और कहां काम करने गई थी. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जाने लगा. बगोदर के सरिया जाने वाले चौक का फुटेज खंगाला गया. यहां पर 24 अप्रैल की शाम के फुटेज में एक महिला के साथ कुंती दिखी. पुलिस ने कुंती के साथ दिखी महिला की पहचान डुमरी थाना इलाके के कुलगो निवासी नीलकंठ महतो की पत्नी मीना देवी के तौर पर की. मीना को गिरफ्तार किया गया. मीणा से पूछताछ में यह साफ हुआ कि हत्या सुपारी लेकर की गई थी और सुपारी लेने वाला अजय कुमार नामक व्यक्ति है.
मीना से पूछताछ के बाद हत्या में शामिल एक अन्य सहयोगी निमियाघाट थाना इलाके के रंगामाटी निवासी मुकेश को गिरफ्तार किया गया. दोनों की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हुआ कि इस हत्या के पीछे की वजह मृतका और उसके गांव के रहने वाले भुनेश्वर साव के बीच चल रहा प्रेम संबंध था. यह भी साफ हुआ कि हत्या की सुपारी भुनेश्वर साव की पत्नी ने ही दी थी. इसके बाद भुनेश्वर की पत्नी बंसती देवी को गिरफ्त में लिया गया. उसने बताया कि कुंती के प्रेम में पड़कर उसका पति घर का ख्याल रखता ही नहीं था. इसलिए उसने अपने भांजा के सहयोग से हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र निवासी प्रेम कुमार के माध्यम से अजय कुमार को तीन लाख रुपया में सुपारी दी और अजय व उसके गुर्गों की सहायता से कुंती को मरवाया.
पहले लिया भरोसे में फिर घोंटा गलाः इधर मीना ने पुलिस को बताया कि कुंती की हत्या के लिए अजय द्वारा उसके अलावा सूरज कुमार, रितिक कुमार, मुकेश कुमार व रंजन कुमार का सहयोग लिया गया था. घटना यानी 24 अप्रैल को मीना पहले बगोदर में ही कुंती से मिली. उसने कुंती से दोस्ती की और यह कहा कि उसे काम चाहिए. कुंती ने काम दिलवाने का भरोसा दिया. इस दिन बातचीत में शाम हो गई. इसी दौरान एक कार आई जिस पर बैठने के लिए मीना ने ही कुंती पर दबाव बनाया.
मीना ने कुंती को कहा कि यह गाड़ी उसके रिश्तेदार की है, वह तुम्हें घर छोड़ देगा फिर मुझे भी. चूंकि कुंती को मीणा पर काफी भरोसा हो चुका था ऐसे में वह गाड़ी में बैठ गई. गाड़ी में बैठने के के कुछ देर बाद जब वाहन जंगल के इलाके में प्रवेश कर गया तो मीना ने कुंती का गला घोंटना शुरू कर दी. कुंती ने विरोध किया तो वाहन पर सवार अन्य लोगों ने उसे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. गाड़ी के अंदर ही मारकर कुंती को अधमरा कर दिया गया. जब वाहन बुढाचांच जंगल पहुंच गया तो कुंती को वाहन से नीचे उतारा गया और यहां पर फिर से पिटाई की गई. पीटने के बाद एक बार फिर गला घोंटा गया और तब तक घोंटा गया जब तक कुंती ने दम नहीं तोड़ दिया. बाद में पेड़ से कुंती के शव को बांध दिया गया.
इनकी हुई गिरफ्तारीः इस मामले में पुलिस ने जरमुने निवासी भुनेश्वर साव की पत्नी बसंती देवी, पुत्र हरिओम रविशंकर के अलावा विष्णुगढ़ के प्रेम कुमार, रंगामाटी के मुकेश कुमार व मीना देवी और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया. घटना में प्रयुक्त ओमनी वैन, बाइक, मृतका का पायल व एक जोड़ा बिछिया, मोबाइल, सुपारी के 13 हजार रुपए और मीणा की साड़ी बरामद किया गया है.