गिरिडीह: बच्चों व अन्य मजदूरों के साथ धनबाद से जमुई (बिहार) की ओर जा रही गर्भवती महिला ने जिले के बेंगाबाद थाना इलाके में एक बच्चे को जन्म दिया. दुखद बात यह है कि जन्म लेते ही नवजात ने दम तोड़ दिया. इस दौरान गिरिडीह प्रशासन की टीम ने इन मजदूरों की बहुत मदद की.
नवजात की मौत
गिरिडीह पहुंचने के बाद मजदूरों की एक टुकड़ी को पुलिसकर्मियों ने ऑटो में बिठाकर आगे के लिए रवाना किया. इस दौरान बेंगाबाद के दूधितांड स्थित टोल प्लाजा के समीप ऑटो चालक ने सभी को उतार दिया. ऑटो से उतरने के बाद गर्भवती महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया, लेकिन जन्म के थोड़ी देर बाद ही नवजात की मौत हो गयी. इसी दौरान गिरिडीह की ओर से आ रही एंबुलेंस चालक की नजर महिला पर पड़ी. चालक राकेश शर्मा ने प्रसूति महिला को बेंगाबाद सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका आवश्यक उपचार किया गया.
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आठ महीने के गर्भ से थी महिला
प्रसूति महिला की मां सीता देवी ने बताया कि उसकी 25 वर्षीय बेटी आठ महीने की गर्भवती थी. धनबाद से चलने के पहले कुछ समस्या होने के कारण उसकी जांच कराई गई थी, जिसके बाद सभी लोग जत्थे के साथ जमुई के लिए निकल पड़े थे. महिला का एक ढाई साल का बच्चा है. प्रसव के दौरान महिला का पति दीपक मांझी और अन्य साथी पीछे छूट गए थे. इधर, मामले की जानकारी मिलने के बाद गांडेय विधायक डॉ सरपराज अहमद ने फौरन बेंगबाद बीडीओ को मजदूरों के लिए उचित व्यवस्था प्रबंध करने का निर्देश दिया, जिसके बाद बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह ने तत्काल मजदूरों के जत्थे में शामिल सभी सदस्यों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कराई.
मजदूरों को उनके गांव भेजने का प्रबंध
सूचना पाकर एसडीएम प्रेरणा दीक्षित भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों के साथ मिलकर मजदूरों को खाने-पीने की व्यवस्था के साथ आर्थिक सहयोग किया, जिसके बाद प्रशसनिक पहल पर मजदूरों को उनके गांव भेजने का प्रबंध किया गया. वहीं, प्रसूति और दूसरी पांच महीने की गर्भवती महिला सहित एक विकलांग बच्ची को एंबुलेंस के माध्यम से जमुई के लिए रवाना किया गया.