गिरिडीह: हजारीबाग और चौबे आरपीएफ पुलिस की मुस्तैदी से एक महिला और उसके दुधमुंहे बच्चे को आत्महत्या करने से बचा लिया गया. इतना ही नहीं महिला और बच्चे को सही सलामत उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया. महिला पश्चिम बंगाल के आसनसोल ( वर्द्धमान) के हीरापुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है. महिला अपने बच्चे के साथ चौबे रेलवे स्टेशन के पास आत्महत्या करने पहुंची थी.
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अधिकारियों को दी गई जानकारी
महिला चौबे रेलवे स्टेशन के पास रेल से कटकर आत्महत्या करने की तैयारी में थी. इसकी सूचना चौबे स्टेशन आरपीएफ को हुई, इसके बाद स्टेशन हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन के आरपीएफ पुलिस इंस्पेक्टर पंकज कुमार को इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद उन्होंने तत्परता दिखाते हुए तुरंत अधिकारी को महिला और बच्चे को कब्जे में लेने और ऐसा नहीं करने के लिए समझाने की अपील की.
धनबाद- गया रेलखंड के चौबे स्टेशन का मामला
जानकारी के मुताबिक गया-धनबाद रेलखंड के चौबे रेलवे स्टेशन के नजदीक एक महिला अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ रेलवे ट्रैक में अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए पहुंची थी. इसकी सूचना चौबे रेलवे स्टेशन प्रबंधक आर के सिंह को हुई. तभी उन्होंने आरपीएफ की मदद से दोनों को रेलवे ट्रैक से साइड किया.
जिसके बाद ग्रामीणों की भीड़ लग गई. इसकी सूचना हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन के आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार को मिली. महिला समेत बच्चे को आरपीएफ कार्यालय लाया. जिसके बाद परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया और मंगलवार को बच्चा समेत महिला को पति को सौंप दिया गया.
पुलिस इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि पूछताछ में वह सही जानकारी नहीं दे पा रही थी. उसकी मानसिक स्थिति कमजोर लग रही थी. पूछताछ में महिला ने अपना नाम लेहाली कर्मिकार और पति का नाम चंडी कर्मिकार बताया. वह पश्चिम बंगाल के आसनसोल अंतर्गत हीरापुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है.