गिरिडीह: जिले के पचम्बा में महिला हिंसा से जुड़ा एक मामला प्रकाश में आया है. इस घटना में पहलर विधवा महिला के साथ दुष्कर्म किया गया. इसके बाद महिला से शादी रचायी गयी और अंत में महिला को घर से निकाल दिया गया. इस संबंध में पीड़िता की शिकायत पर पचंबा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
प्राथमिकी दर्ज
पीड़िता ने दर्ज कराए प्राथमिकी में कहा है कि उसके पति की मृत्यु साल 2015 में हो गयी थी. वर्ष 2016 के अक्तूबर माह में परिवार चलने के लिए काम के तलाश में वह गिरिडीह आयी थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात नगर थाना क्षेत्र के करबला रोड के रहनेवाले एक युवक से हुई. उसने 14 अक्तूबर 2016 को उसे काम देने के बहाने गिरिडीह बक्सीडीह रोड में बुलाया जहां उसके साथ दुष्कर्म किया.
विरोध करने पर बच्चों की हत्या की मिली धमकी
महिला ने कहा है कि वह विरोध की तो युवक ने उसे बच्चों का अपहरण कर हत्या करने की धमकी दी. इस कारण भय से वह चुप हो गयी. इसके बाद युवक का मन बढ़ गया और हमेशा उसे फोन करने लगा तथा जबरदस्ती उसके घर आने लगा तथा उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने लगा. इस दौरान उसके गांव के लोगों ने भी विरोध किया तो युवक ने शादी कर लेने की बात कही. इसके बाद 2018 में युवक ने उससे हिन्दू रीति रिवाज से उसके गांव में उससे शादी कर ली और पत्नी की तरह उसे रखने लगा.
कुछ दिनों में ही प्रताड़ित करने लगा पति
हालांकि, कुछ दिन के बाद दूसरा पति का व्यवहार बदलने लगा और वह उसे प्रताड़ित करने लगा. उस समय उसे पता चला कि युवक पहले से विवाहित है. जबकि शादी करने से पूर्व वह अपने को अविवाहित बताया था. इधर, उसके पति के घर वाले भी उसे प्रताड़ित करने लगे और दो लाख मायके से लाने को कहने लगे. दूसरे पति ने भी धोखा से उसके पहले मृत पति का अंतिम कमाई 50 हजार रूपए उससे ले लिए. प्राथमिकी में पीड़िता ने कहा है कि 21 जुलाई 20 को उसे एवं उसके माता-पिता और भाई मिलकर मारपीट कर घर से निकाल दिया और यह धमकी दी गई की दोबारा वहां गई तो उसकी हत्या कर देंगे. इधर इस मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है.