गिरिडीहः शहर में जलापूर्ति व्यवस्था में जुटे कर्मियों को पिछले चार माह से वेतन नहीं मिला है. वेतन नहीं मिलने से कर्मियों के समक्ष आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है. इस समस्या के निदान को लेकर कर्मियों ने कई दफा गुहार लगाई है. लेकिन सुनवाई नहीं की गई. इस स्थिति में बुधवार को कर्मी हाथ में कटोरा लेकर सड़क पर उतरे और भीख मांगते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मियों ने काली पट्टी बांधे सड़क पर बैठकर भीख मांगे और नगर निगम के साथ साथ ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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प्रदर्शन कर रहे जलापूर्तिकर्मी मोहम्मद मंसूर ने कहा कि हम भीख मांगकर खाएंगे. लेकिन शहर को सुचारू रूप से पानी देंगे. उन्होंने कहा कि जलापूर्ति शाखा में कार्यरत कर्मियों को 4 माह से वेतन नहीं मिला है. इससे परेशानी बढ़ गई है. महिलाकर्मी डोली देवी ने कहा कि 4 माह से वेतन नहीं मिलने की वजह से आर्थिक संकट गहरा गया है ओर मजबूरन सड़क पर उतर कर भीख मांगना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि वेतन नहीं मिलने के करण बच्चों को स्कूल से निकाल दिया गया है. उन्होंने कहा कि घर में राशन खत्म हो गया है और दूध वाले, राशन वाले बकाये पैसे की मांग कर रहे हैं.
भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर भाकपा माले ने डीड राइटर्स के साथ बैठक की और जिला निबंधन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से माले नेता राजेश यादव, राजेश सिन्हा, पूरन महतो मौजूद थे. इन नेताओं ने कहा कि जमीन रजिस्ट्री के नाम पर जमकर मुद्रामोचन हो रहा है. दस्तावेज नवीस संघ के सदस्य भी प्रदर्शन में शामिल हुए, जो बूझकर कर परेशान करने का आरोप लगाया और कहा कि निबंधन में अड़ंगा लगाया जाता है. उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन तेज करेंगे.