गिरिडीहः गर्मी की शुरुआत के साथ ही जिले के बगोदर प्रखंड के दर्जनों गांवों में पीने के पानीाकी संकट गहरा गया है. गांवों में सरकारी चापाकल के साथ साथ-जल मीनार लगाया गया है, जो मरम्मत के अभाव में खराब पड़ा है. इससे ग्रामीणों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
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ग्रामीणों के लिए पेयजल की सुविधा के लिए चापाकल और जल मीनार लगाया गया है, जो खराब पड़ा है. सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले तीन जल मीनार भी खराब पड़े हैं. इससे ग्रामीणों में नाराजगी है. ग्रामीणों की मांग है कि चापाकल एवं जल मीनार को मरम्मत कर चालू किया जाए. ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल की सुविधा के लिए 5 साल पहले लाखों की लागत से जल मीनार लगया गया. लेकिन, चालू होने के कुछ दिनों के बाद ही खराब हो गया. इसके बाद से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ गया है. पंचायत के मुखिया महेश कुमार ने बताया कि खराब पड़े चापाकलों और सौर ऊर्जा से संचालित जलापूर्ति सिस्टम को शीघ्र ही दुरूस्त किया जाएगा.