गिरिडीह: जिले में पंचायत चुनाव का जुनून हर वर्ग के लोगों में सवार है. गांव की सरकार में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पदों के लिए लोगों ने उम्मीदवारी पेश की है. चुनाव प्रचार भी हाईटेक तरीके से हो रहा है. चुनाव में धनबल भी हावी है. ऐसे में एक ऐसे भी शख्स हैं जिनके पास न तो पैसा है और न ही गाड़ी. बावजूद मुखिया पद के लिए अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारकर उसकी जीत को सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं.
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धनबल को चोट, गरीब को वोट: हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं उनका नाम है बद्री यादव. बगोदर प्रखंड के सीमावर्ती हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ प्रखंड के हेठली बोदरा का रहने वाले बद्री यादव ने अपनी पत्नी ललिता देवी को अलपीटो पंचायत से मुखिया पद के लिए मैदान में उतारा है. उनके मुताबिक इस बार जनता बदलाव के मूड में है. उन्हें पूरा विश्वास है कि जनता इस बार धनबल को चोट कर गरीब उम्मीदवार को वोट देगी.
पुराने तरीके से कर रहे हैं प्रचार: हाईटेक तरीके से चल रहे चुनाव प्रचार के बीच वह आज भी 19 वीं शताब्दी की तरह चुनाव प्रचार कर रहे है. वह ठेला से चुनावी प्रचार कर रहे हैं. ठेले को भी चढ़कर नहीं बल्कि खींचकर चलाया जाता है. ठेले में एक लाउडस्पीकर और माइक रखा है, उसी से चुनावी प्रचार किया जा रहा है. ठेले में पत्नी और मुखिया उम्मीदवार का बैनर फ्लैक्स लगा हुआ है. साथ हीं एक रजिस्टर रखा है, जिसमें पंचायत के लोगों को सदस्य बनाया जा रहा है. उस सदस्य से उन्हें वोट मिलने की उम्मीद है.
यूपी के सीएम से प्रभावित: बद्री यादव यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से काफी प्रभावित है. वो कहते हैं कि यूपी में पहला योगी आदित्यनाथ और अलपीटो में दूसरा योगी बद्री यादव है. वो कहते हैं कि जनता का आशिर्वाद मिला तब यूपी की तर्ज पर अलपीटो पंचायत का विकास करूंगा. बता दें अलपीटो पंचायत में तीसरे चरण में 24 मई को चुनाव हो रहा है और आज ( 22 मई ) को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन भी है.