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अधिकारियों के रवैया से नाराज केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री, दिशा की बैठक को किया बीच में ही समाप्त

केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने अधिकारियों के रवैया पर नाराजगी जाहिर की है. नाराजगी इतनी रही कि मंत्री ने जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक (DISHA meeting in giridih) को बीच में ही छोड़ कर बैठक को विराम दे दिया. केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य की सरकार ही विकास नहीं चाहती.

Union State Minister Education left Disha meeting
Union State Minister Education left Disha meeting
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Published : Oct 29, 2022, 9:30 AM IST

गिरिडीह: जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक (DISHA meeting in giridih) को बीच में ही समाप्त कर देना पड़ा. शुक्रवार को हुई इस मीटिंग को कोडरमा सांसद सह केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी (Annapurna Devi left DISHA meeting In Giridih) ने समाप्त कर दिया. केंद्रीय राज्य मंत्री अधिकारियों से नाराज हो गईं. उन्होंने कहा कि सरकार व अधिकारियों के कारण केंद्र से मिलने वाला विकास का फंड वापस चला जा रहा है.

यह भी पढ़ें: राज्यपाल के बयान पर झामुमो की तीखी प्रतिक्रिया, फोड़ा बम तो होगा उलगुलान

अधिकारियों का व्यवहार खेदजनक: उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए साफ कहा कि पिछली बैठक में ही जो निर्देश या जांच करने का आदेश दिया गया था, उसपर अधिकारी जब सिर्फ टाल मटोल की बात करेंगे तो विकास कैसे होगा. कहा कि राज्य में ब्यूरोक्रेट्स इस कदर हावी हो चुका है कि आमलोगों का काम ही नहीं हो रहा. अधिकारियों का व्यवहार ही खेदजनक हो गया है. कहा कि सीधे तौर पर राज्य की हेमंत सरकार ही विकास नहीं चाहती.

देखें पूरी खबर



तैयारी के बगैर आते हैं अधिकारी: मंत्री ने बताया कि निगरानी समिति की पूर्व की हुई बैठकों में निर्देश दिया गया था कि अधिकारी पूरी तैयारी के साथ आए लेकिन आज भी वही स्थिति रही. बैठक के दौरान प्रत्येक योजनाओं का आधा अधूरा रिपोर्ट दिया गया. यही कारण है कि इस बैठक को बीच में ही विराम कर देना पड़ा. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि बैठक के दौरान नल जल योजना, पीडब्ल्यूडी, प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना समेत जितने भी योजनाओं पर चर्चा किया गया वह सारे आधे- अधूरे थे. उन्होंने कहा कि इसको लेकर उपायुक्त को खास निर्देश दिया गया है. कहा गया है कि आगामी बैठक से पहले वे सभी विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर सभी योजना की रिपोर्ट को पूर्ण रखे. कहा कि आगामी बैठक में रिपोर्ट पूरी नहीं रही तो अधिकारियों की रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी.

2024 तक हर घर जल योजना का लक्ष्य: उन्होंने बताया कि हर घर जल योजना प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजनाए है. वर्ष 2024 तक हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन खेद की बात यह है कि गिरिडीह जिले में जिस तरह से काम हो रहा है वह असंतोषजनक है. उन्होंने कहा कि गिरिडीह जिले में जो कार्य हो रहा है उसकी रफ्तार बहुत धीमी है. साथ ही गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इसे लेकर लेकर भी उपायुक्त को निर्देश दिया गया है.



बैठक में कौन कौन रहा शामिल: इससे पहले गिरिडीह में दिशा की बैठक तीसरी बार नगर भवन में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी (Union State Minister of Education Annapurna Devi) ने की. बैठक में सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, जमुआ विधायक केदार हाजरा, बगोदर विधायक विनोद कुमार, जिप अध्यक्ष मुनिया देवी, नगर निगम के प्रभारी महापौर प्रकाश राम उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, पुलिस अधीक्षक अमित रेणू समेत कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. इसके अलावा इस बैठक में पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.

गिरिडीह: जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक (DISHA meeting in giridih) को बीच में ही समाप्त कर देना पड़ा. शुक्रवार को हुई इस मीटिंग को कोडरमा सांसद सह केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी (Annapurna Devi left DISHA meeting In Giridih) ने समाप्त कर दिया. केंद्रीय राज्य मंत्री अधिकारियों से नाराज हो गईं. उन्होंने कहा कि सरकार व अधिकारियों के कारण केंद्र से मिलने वाला विकास का फंड वापस चला जा रहा है.

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अधिकारियों का व्यवहार खेदजनक: उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए साफ कहा कि पिछली बैठक में ही जो निर्देश या जांच करने का आदेश दिया गया था, उसपर अधिकारी जब सिर्फ टाल मटोल की बात करेंगे तो विकास कैसे होगा. कहा कि राज्य में ब्यूरोक्रेट्स इस कदर हावी हो चुका है कि आमलोगों का काम ही नहीं हो रहा. अधिकारियों का व्यवहार ही खेदजनक हो गया है. कहा कि सीधे तौर पर राज्य की हेमंत सरकार ही विकास नहीं चाहती.

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तैयारी के बगैर आते हैं अधिकारी: मंत्री ने बताया कि निगरानी समिति की पूर्व की हुई बैठकों में निर्देश दिया गया था कि अधिकारी पूरी तैयारी के साथ आए लेकिन आज भी वही स्थिति रही. बैठक के दौरान प्रत्येक योजनाओं का आधा अधूरा रिपोर्ट दिया गया. यही कारण है कि इस बैठक को बीच में ही विराम कर देना पड़ा. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि बैठक के दौरान नल जल योजना, पीडब्ल्यूडी, प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना समेत जितने भी योजनाओं पर चर्चा किया गया वह सारे आधे- अधूरे थे. उन्होंने कहा कि इसको लेकर उपायुक्त को खास निर्देश दिया गया है. कहा गया है कि आगामी बैठक से पहले वे सभी विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर सभी योजना की रिपोर्ट को पूर्ण रखे. कहा कि आगामी बैठक में रिपोर्ट पूरी नहीं रही तो अधिकारियों की रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी.

2024 तक हर घर जल योजना का लक्ष्य: उन्होंने बताया कि हर घर जल योजना प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजनाए है. वर्ष 2024 तक हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन खेद की बात यह है कि गिरिडीह जिले में जिस तरह से काम हो रहा है वह असंतोषजनक है. उन्होंने कहा कि गिरिडीह जिले में जो कार्य हो रहा है उसकी रफ्तार बहुत धीमी है. साथ ही गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इसे लेकर लेकर भी उपायुक्त को निर्देश दिया गया है.



बैठक में कौन कौन रहा शामिल: इससे पहले गिरिडीह में दिशा की बैठक तीसरी बार नगर भवन में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी (Union State Minister of Education Annapurna Devi) ने की. बैठक में सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, जमुआ विधायक केदार हाजरा, बगोदर विधायक विनोद कुमार, जिप अध्यक्ष मुनिया देवी, नगर निगम के प्रभारी महापौर प्रकाश राम उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, पुलिस अधीक्षक अमित रेणू समेत कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. इसके अलावा इस बैठक में पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.

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