गिरिडीह: गिरिडीह जिला के जमुआ और देवरी प्रखंड इलाके में अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात की घटना घटी है. इन घटनाओं में दो की मौत हो गयी. जबकि चार लोग झुलस गए हैं. पहली घटना देवरी थाना क्षेत्र के कोशोगोंदो गांव की है. जहां पर खेत से लौट रहे मामा-भांजी वज्रपात के चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए. जिसके बाद दोनों को उपचार के लिए चतरा के निजी चिकित्सा केंद्र पर ले जाया गया. जहां दोनों की नाजुक स्थिति को देखते हुए दोनों को उपचार के लिए गिरिडीह रेफर कर दिया गया. उपचार के दौरान मामा रंजीत साव की मौत हो गयी.
पहली घटना
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोशोगोंदो गांव निवासी बासदेव साव के पुत्र रंजीत साव अपनी भांजी अमिता को साथ लेकर खेत में काम कर रहे थे, खेत में खाना पहुंचाने के बाद दोनों वापस घर लौट रहे थे. इसी दौरान दोनों आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए. इस घटना में रंजीत साव 30 वर्ष और उसकी भांजी अमिता कुमारी गंभीर रूप से झुलस गई.
वहीं जमुआ थाना क्षेत्र के बेरहाबाद के 40 वर्षीय युवक की वज्रपात से मौत हो गई. बताया गया कि त्रिभुवन दास अपनी मां और पत्नी के साथ खेत में काम करने गए थे. खेत जोतने के दौरान ही आसमानी कहर टूटा जिसकी जद में आकर त्रिभुवन की मौके पर ही मौत हो गई.
ये भी पढ़ें- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फिर से मिली जान से मारने की धमकी, पुराने आईडी से आया मेल
दूसरी घटना प्रखंड के नावाडीह गांव में हुई वज्रपात के दौरान से दो लोग घायल हो गए. घायल प्रियंका देवी को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी में भर्ती करवाया गया. इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक जिस वक्त वज्रपात की घटना हुई उस वक्त नवाडीह गांव निवासी सुभाष राय की पत्नी प्रियंका देवी घर पर खाना खा रही थी. इसी क्रम में पेड़ के पास हुए वज्रपात से झुलस कर बेहोश हो गयी. इधर, नावाडीह खेत में काम कर रहे नायकडीह गांव निवासी किसान बासदेव साव घायल हो गया. बताया जाता है की वज्रपात की चिंगारी लगने से किसान बासदेव साव बेहोश हो गया. बेहोशी की हालत में उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी लाया गया. जहां पर उपचार के बाद होश में लाया गया.