गिरिडीह: बेंगाबाद में चोरगता नदी घाट पर हाल ही में बालू लोड करने के दौरान एक बड़ा हादसे होते-होते बच गया. लोडिंग के दौरान नदी में अचानक बाढ़ आ गई और ट्रैक्टर वहीं फंस गया. हालांकि बालू लोड कर रहे मजदूर और ट्रैक्टर ड्राइवर किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब रहे.
इसे भी पढ़ें- झारखंड में मानसून सक्रियः राज्य के सभी जिलों में झमाझम बारिश, येलो अलर्ट जारी
नदियों से बालू का उठाव कब तक?
वैसे तो जिला में बालू घाटों की नीलामी नहीं हुई है. इसके बावजूद नदियों से बालू का उठाव होता रहा है. इस दौरान 10 जून से 15 अक्तूबर तक बालू के उठाव और परिवहन पर पूरी तरह से रोक है. ये रोक एनजीटी (NGT) न्यायाधिकरण के आदेश पर लगी है. गिरिडीह जिला के डीसी (DC) राहुल कुमार सिन्हा ने भी इसे लेकर जिला आदेश जारी कर दिया है. जिला के सभी अनुमंडलाधिकारी (sub divisional officer) और अंचलाधिकारी (Circle Officer) को ये निर्देश दिया गया है कि बालू का अवैध खनन और परिवहन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाई की जाए.
इसके बावजूद लोग बालू के लिए नदियों में ट्रैक्टर लेकर लोग घुस रहे हैं. इस वजह से दुर्घटना होने की संभावना भी बढ़ गयी है. बारिश के दौरान घाट पर ट्रैक्टर पर बालू लोड हो रहा था, तभी नदी का जलस्तर बढ़ गया और ट्रैक्टर पूरी तरह जलमग्न हो गया.
नदियों पर विशेष निगरानी की दरकार
इस मामले पर लोगों का कहना है कि जिला की कई नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है. ऐसे में अगर कोई शख्स बालू के लालच में नदी में उतरता है, तो जानमाल की बड़ी क्षति हो सकती है. लोगों का कहना है कि हर हाल में नदियों पर विशेष निगरानी (special monitoring) रखने की जरूरत है, जिससे ऐसी अनहोनी को वक्त रहते टाला जा सकता है.