बगोदर, गिरिडीह: जिले के बगोदर प्रखंड की तीन पंचायतों को आदर्श पंचायत के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके लिए सरकारी स्तर पर पंचायत के गांवों में विभिन्न सुविधाएं मुहैया कराया जाएगा और पंचायत को मॉडल बनाया जाएगा. इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है. आईएसओ अभिप्रमाणित करने के लिए झारखंड सरकार केरला इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन से तकनीकी सहयोग ले रही है.
केरला इंस्टीट्यूट के पदाधिकारियों ने तिरला पंचायत में की बैठकः केरला इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन की टीम इन दिनों बगोदर में है. टीम ने पहले दिन बगोदर प्रखंड की तिरला पंचायत सचिवालय पहुंचकर प्रशासनिक पदाधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों और विभिन्न विभागों से जुड़े कर्मचारियों के साथ बैठक कर पंचायत क्षेत्र में सरकारी स्तर पर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली है. साथ ही पंचायत भवन की स्थिति और उपलब्ध सुविधाएं, स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध सुविधाएं, क्षेत्र में संचालित सरकारी स्कूलों की स्थिति और व्यवस्था, आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या, विभिन्न पेयजल स्रोतों की स्थिति सहित विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी दी. मौके पर उपस्थित मुखिया सरिता साव, पंचायत समिति सदस्य संजीदा बेगम सहित आंगनबाड़ी के सुपरवाइजर, सेविका, सहायिका, रोजगार सेवक, शिक्षकों आदि ने पंचायत क्षेत्र में उपलब्ध सुविधाओं से टीम को अवगत कराया. साथ हीं समस्याओं की भी जानकारी टीम को दी गई.
बगोदर की तीन पंचायतों को बनाया जाएगा आदर्श पंचायतः टीम ने पंचायत सचिवालय से संबंधित कई दस्तावेजों की भी जानकारी ली और अवलोकन किया. टीम ने आंगनबाड़ी के एक केंद्र और दो स्कूलों का भी जायजा लिया. केरला इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के राशीद अली, एएफसी इंडिया की रीता चौधरी, पंचायती राज विभाग से राजा राजकुमार, पंचायत सचिव भावना सिंह, पशुपालन पदाधिकारी जियाउल रहमान, मकसूद अंसारी, फारुक अंसारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे. बता दें कि बगोदर की तिरला, जरमुन्ने पश्चिमी और देवराडीह पंचायत को आदर्श पंचायत बनाने का प्रस्ताव है.