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Giridih News: मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से शिक्षा जगत में शोक, अंतिम यात्रा में शामिल होंगे हजारों पारा शिक्षक

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Published : Apr 7, 2023, 1:44 PM IST

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से पारा शिक्षकों के साथ-साथ छात्र-छात्राएं भी दुखी हैं. सब अपने अपने तरीके से उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. हजारों की संख्या में पारा शिक्षक उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने जाएंगे.

last journey of Education Minister jagarnath mahto
last journey of Education Minister jagarnath mahto

गिरिडीह: शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षकों) के साथ-साथ छात्र- छात्राओं में भी शोक की लहर है. गिरिडीह जिले से उन्हें श्रद्धांजलि देने हजारों की संख्या में सहायक अध्यापक उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होंगे. तो वहीं स्कूल और कॉलेजों में शोक सभा का आयोजन कर छात्र-छात्राएं उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

'पारा शिक्षकों को सम्मान देने वाले पहले शिक्षा मंत्री थे जगरनाथ महतो': इस संबंध में पारा शिक्षक संघ गिरिडीह जिलाध्यक्ष नारायण महतो ने कहा कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से पारा शिक्षकों को बहुत उम्मीदें थीं. उन्होंने पारा शिक्षकों को भरोसा दिया था कि सरकारी शिक्षकों की ही तरह पारा शिक्षकों को सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.

यह भी पढ़ें: Tribute to Jagarnath Mahato: टाइगर की विदाई, तिरंगा में लिपटा जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर देख गम में डूबा विधानसभा

जिलाध्यक्ष नारायण महतो ने कहा कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से पारा शिक्षकों को आघात पहुंचा है. उनके निधन से झारखंड के 65 हजार पारा शिक्षकों में उदासी का माहौल है. वे पहले शिक्षा मंत्री थे, जिन्होंने पारा शिक्षकों को सम्मान देते हुए उन्हें सहायक अध्यापक का दर्जा दिया था. इसके अलावा एक मुश्त पारा शिक्षकों का मानदेय 5 से साढ़े 7 हजार रुपए तक बढ़ाने का काम किया था.

छात्र-छात्राओं ने उनके निधन को बताया अपूरणीय क्षति: बगोदर स्थित घाघरा साइंस कॉलेज के छात्र- छात्राओं ने भी शिक्षा मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है. छात्र संजीत कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री के निधन से शिक्षा जगत के साथ झारखंड को अपूरणीय क्षति हुई है. वे जमीन से जुड़े हुए नेता थे. कहा कि झारखंड में 1932 के खतियान लागू कराने के लिए उन्होंने अपने स्तर से काफी प्रयास किया था. छात्रा मोनिका कुमारी ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुआ कहा कि शिक्षा मंत्री के निधन होने की खबर से बहुत दुख पहुंचा है. झारखंड के लोगों को उनसे बड़ी उम्मीद थी. असमय उनके चले जाने से झारखंड को अपूरणीय क्षति पहुंची है.

यह भी पढ़ें: Ranchi News: झामुमो कार्यालय लाया गया शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर, शिबू सोरेन समेत कई लोगों ने दी श्रद्धांजलि

शिक्षा मंत्री के निधन होने से शैक्षणिक संस्थानों में भी शोक की लहर है. कई संस्थानों में शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. बगोदर के खंभरा स्थित प्लस टू हाई स्कूल में शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. श्रद्धांजलि सभा में कॉलेज के शिक्षकों के साथ बच्चे और उप प्रमुख हरेंद्र सिंह भी शामिल हुए. घाघरा साइंस कॉलेज में भी शोक सभा का आयोजन कर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि दी गई. शोक सभा में कॉलेज के शिक्षकों के साथ छात्र- छात्राएं भी शामिल हुईं.

गिरिडीह: शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षकों) के साथ-साथ छात्र- छात्राओं में भी शोक की लहर है. गिरिडीह जिले से उन्हें श्रद्धांजलि देने हजारों की संख्या में सहायक अध्यापक उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होंगे. तो वहीं स्कूल और कॉलेजों में शोक सभा का आयोजन कर छात्र-छात्राएं उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

'पारा शिक्षकों को सम्मान देने वाले पहले शिक्षा मंत्री थे जगरनाथ महतो': इस संबंध में पारा शिक्षक संघ गिरिडीह जिलाध्यक्ष नारायण महतो ने कहा कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से पारा शिक्षकों को बहुत उम्मीदें थीं. उन्होंने पारा शिक्षकों को भरोसा दिया था कि सरकारी शिक्षकों की ही तरह पारा शिक्षकों को सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.

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छात्र-छात्राओं ने उनके निधन को बताया अपूरणीय क्षति: बगोदर स्थित घाघरा साइंस कॉलेज के छात्र- छात्राओं ने भी शिक्षा मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है. छात्र संजीत कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री के निधन से शिक्षा जगत के साथ झारखंड को अपूरणीय क्षति हुई है. वे जमीन से जुड़े हुए नेता थे. कहा कि झारखंड में 1932 के खतियान लागू कराने के लिए उन्होंने अपने स्तर से काफी प्रयास किया था. छात्रा मोनिका कुमारी ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुआ कहा कि शिक्षा मंत्री के निधन होने की खबर से बहुत दुख पहुंचा है. झारखंड के लोगों को उनसे बड़ी उम्मीद थी. असमय उनके चले जाने से झारखंड को अपूरणीय क्षति पहुंची है.

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शिक्षा मंत्री के निधन होने से शैक्षणिक संस्थानों में भी शोक की लहर है. कई संस्थानों में शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. बगोदर के खंभरा स्थित प्लस टू हाई स्कूल में शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. श्रद्धांजलि सभा में कॉलेज के शिक्षकों के साथ बच्चे और उप प्रमुख हरेंद्र सिंह भी शामिल हुए. घाघरा साइंस कॉलेज में भी शोक सभा का आयोजन कर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि दी गई. शोक सभा में कॉलेज के शिक्षकों के साथ छात्र- छात्राएं भी शामिल हुईं.

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