गिरिडीहः कोरोना के प्रकोप पर रोक लगे इसे लेकर विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन है. झारखंड में भी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (swasthya suraksha saptah) मनाया जा रहा. इसके तहत कई तरह की पाबंदियां लागू की गईं हैं. बैंकों में भी भीड़ न जुटे इसके लिए बैंक की तरफ से कई नोटिसे चिपकाए गए हैं. इसके बावजूद बैंकों में भीड़ जुट रही है, कोविड-19 गाइडलाइन के तहत व्यवस्था भी नहीं बनाई जा रही है. जिले के उग्रवाद प्रभावित पीरटांड़ प्रखंड के चिरकी के बैंकों में भी इस तरह के नजारे आम हैं. सोमवार को ईटीवी भारत ने यहां के बैंक ऑफ इंडिया के बाहर लगी भीड़ को लेकर ग्राहकों के साथ-साथ बैंकर्स से बात की.
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कुव्यवस्था के साथ साथ जागरुकता की कमी
यहां पर ग्राहकों से बात की गई तो इनका कहना था टोकन के अनुसार यहां पर भुगतान होता है. ऐसे में पैसे की निकासी में कई दिन लग जाता है. इसलिए वे लोग सुबह में ही आ जाते हैं. वहीं कुछ लोगों का कहना था कि बैंककर्मी समय पर काम नहीं करते. एक ही काम के लिए बार-बार दौड़ाया जाता है. इस मामले पर बैंक के सहायक प्रबंधक से बात की गई. बैंक के सहायक प्रबंधक ने कुव्यवस्था के आरोपों को खारिज किया. इनका कहना था कि इस क्षेत्र में जागरुकता का अभाव है.
कर्मचारियों की कमी
हाल में बैंक के गार्ड भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे. बैंक का समय भी कम कर दिया गया. एक दिन में 200 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं. लोगों को जागरूक होना होगा वरना हालात बिगड़ सकते हैं.