गिरिडीहः डुमरी उपचुनाव में आजसू पार्टी विवादों से घिर गयी है. पहले पार्टी के केंद्रीय सचिव बैजनाथ महतो ने झारखंड पीपुल्स पार्टी से नामांकन किया. पर्चा दाखिल करने के 48 घंटे बाद शनिवार की शाम को पार्टी सुप्रीमो सुदेश के साथ प्रेस वार्ता कर बैजनाथ ने नामांकन वापस लेने की घोषणा कर दी.
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अब इस प्रेस वार्ता के बाद झारखंड पीपुल्स पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा ने आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो पर काफी गंभीर आरोप लगाया है. सूर्य सिंह बेसरा ने सुदेश के साथ गोमिया विधायक लंबोदर महतो, पूर्व विधायक उमाकांत रजक व आजसू पार्टी के प्रवक्ता देवशरण भगत पर प्रत्याशी के अपहरण का आरोप लगाया है. साथ ही यह आरोप भी लगाया है कि इन चारों ने डुमरी से उनकी पार्टी के प्रत्याशी बैजनाथ महतो के कार्यालय पर हमला बोलकर प्रत्याशी बैजनाथ का अपहरण कर लिया.
साथ ही अपने आवेदन में यह भी कहा है कि अपहरण करने के बाद बैजनाथ को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया. यहां पर बैजनाथ को डराया-धमकाया गया, साथ ही साथ करोड़ों का लालच दिया गया. इसके बाद बैजनाथ को मीडिया के सामने लाया गया और फिर एक बयान दिलवाया गया कि वे नामांकन वापस लेंगे और डुमरी से आजसू प्रत्याशी यशोदा देवी का समर्थन करेंगे. इसको लेकर सूर्य सिंह बेसरा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सह सचिव, मंत्रीमंडल (निर्वाचन), झारखंड को लिखित शिकायत दी है. इसकी प्रति भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के अलावा निर्वाचन पदाधिकारी डुमरी व मुख्य सचिव झारखण्ड सरकार को भी भेजी है.
नामांकन वापस लेने पर रोक की मांगः इस शिकायत के सूर्य सिंह बेसरा ने कहा है कि यह घटना एक घृणित कार्य है और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन भी. इन्होंने उनकी पार्टी के प्रत्याशी बैजनाथ महतो को नामांकन वापस लेने से रोका जाए.
स्वेच्छा से लिया निर्णय- बैजनाथ महतोः दूसरी तरफ सूर्य सिंह बेसरा के आरोपों पर बैजनाथ महतो से बात की गई. इनका कहना है कि उन्होंने जेपीपी के चिन्ह पर उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया था. हालांकि उन्होंने आजसू पार्टी छोड़ी नहीं थी. शनिवार को आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो उनके पास आये और सौहार्दपूर्ण माहौल में बात हुई. उन्होंने कहा कि जो विधायक बनेंगे वे इस क्षेत्र की समस्या का ध्यान रखते हुए कोई निर्णय लेंगे. इस पर केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश तैयार हो गए न तो उनका अपहरण हुआ और न ही किसी प्रकार का प्रलोभन उन्हें दिया गया. उन्होंने स्वेच्छा से नामांकन वापस लेने का निर्णय लिया है.