गिरिडीह: जिले में सर जेसी बोस की धरोहर का संरक्षण का कार्य तेज कर दिया गया है. इसी कड़ी में मंगलवार को सर जेसी बोस की प्रतिमा का जीर्णोद्धार के साथ-साथ अनावरण किया गया.
महान वैज्ञानिक सर जगदीश चंद्र बोस की धरोहरों का संरक्षण के साथ-साथ उचित सम्मान देने की कवायद शुरू हुई. इसी कड़ी में सर जेसी बोस चौक पर लगी आचार्य बोस की मूर्ति का जीर्णोद्धार के बाद औपचारिक रूप से अनावरण सदर विधायक सुदिव्य कुमार और उपायुक्त राहुल सिन्हा ने संयुक्त रूप से किया.
धरोहर को विकसित करने की रूपरेखा तय
अनावरण के बाद विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि सर जेसी बोस जैसे महान वैज्ञानिक का नाता अगर गिरिडीह से है तो यहां के नागरिकों को भी उनके बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने आचार्य बोस की धरोहर के संरक्षण को बचाने का संकल्प लेने वाले प्रबुद्ध लोगों का धन्यवाद किया.
सरकार और प्रशासन की तरफ से इस धरोहर को विकसित करने की रूपरेखा तय की जा रही है, ताकि नई पीढ़ी को आचार्य जेसी बोस के योगदान और उनके गिरिडीह से संबंध की जानकारी मिल सके.
नागरिकों के लिए सौभाग्य की बात
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि गिरिडीह के नागरिकों के लिए यह सौभाग्य की बात है कि सर जेसी बोस जैसे महान वैज्ञानिक का नाता गिरिडीह से रहा है. उन्होंने कहा कि इस धरोहर के संरक्षण और विकास का प्रयास किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थी वर्ग सर जेसी बोस के जीवन और योगदान की जानकारी प्राप्त कर वैज्ञानिक अनुसंधान की ओर प्रेरित हो सकें.
इसे भी पढ़ें-कलयुगी मां ने ममता को किया शर्मसार, नवजात बेटी को मंदिर के गेट पर छोड़ा
इनका रहा योगदान
बताया गया कि सर जेसी बोस की मूर्ति और चबूतरे की हालत जीर्ण-शीर्ण हो गई थी. आचार्य बोस को समर्पित संस्था सर जेसी बोस मेमोरियल सोसायटी ने इसे अपने खर्च पर जीर्णोद्धार कराया. सोसायटी के सदस्य प्रभाकर कुमार, रीतेश सराक, रामजी यादव, सुधांशु कुमार, आलोक रंजन , मधुमय रक्षित, राजेश सिन्हा, रणजीत यादव, मुकेश यादव ने भी जीर्णोद्धार में सहयोग किया. इस अवसर पर प्रमीला मेहरा, विकास सिन्हा, शिवेंद्र सिन्हा, बिनोद मंडल के साथ कई लोग और मीडियाकर्मी उपस्थित रहे. झारखंड बंगाली एसोसिएशन के अरिंदम बोस और विश्वनाथ पाल और अन्य सदस्यों ने भी आचार्य बोस को श्रद्धासुमन अर्पित किया.