गिरिडीह: देश की सुरक्षा की सेवा में ज्यादा से ज्यादा युवा अपनी भागीदारी दे इसे लेकर गिरिडीह का एक पंचायत न सिर्फ जागरूकता अभियान चला रहा है, बल्कि युवाओं को प्रतियोगिता के लिए तैयार भी कर रहा है. इस कार्य में पंचायत के मुखिया और स्थानीय नौकरीपेशा युवकों का विशेष योगदान है. यह पंचायत है सदर प्रखंड का महेशलुंडी. यहां पर छोटे छोटे बच्चों को भी खेल कूद के लिए प्रेरित किया जा रहा है. यह सब स्थानीय मुखिया शिवनाथ साव के नेतृत्व हो रहा है. रविवार को भी इस पंचायत के विद्यालय में खेलकूद प्रतियोगिता आईजीत किया गया. इस प्रतियोगिता में सफल रहे बच्चों को पुरस्कार दिया गया.
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इस संबंध में मुखिया शिवनाथ साव बताते हैं कि इस डिजिटल दुनिया में बच्चे मोबाइल में खो रहे हैं. खेल कूद से बच्चों की दूरी बढ़ी है ऐसे में बच्चों का ध्यान पढ़ाई के साथ साथ खेल की तरफ आकृष्ट करने के लिए पिछले एक वर्ष से विशेष अभियान चलाया जा रहा है. गांव के ही शिक्षित युवा समय निकाल कर इन बच्चों को प्रतियोगिता के लिए तैयार कर रहे हैं. बच्चों को खेलकूद के लिए भी तैयार किया जा रहा है. इसी तरह युवकों और युवतियों को डिफेंस सर्विसेज के लिए उत्प्रेरित किया जा रहा है. इस कार्य में योद्धा अकादमी का सहयोग लिया जा रहा है. योद्धा अकादमी के सहयोग से वर्ष में एक बार अलग से प्रतियोगिता भी करायी जाती है. इस प्रतियोगिता में वैसे युवा भी पहुंचते है जिनका चयन सुरक्षा बल में हुआ है. इस तरह के आयोजन से बच्चों के साथ साथ युवाओं में भी प्रतियोगिता की भावना प्रबल हो रही है.
बच्चों को प्रेरित करने में अहम भूमिका सुमित कुमार निभा रहे हैं. सुमित सरकारी नौकरी में हैं और स्थानीय मुखिया के भाई भी, हर शनिवार को सुमित गांव पहुंच जाते हैं और बच्चों को शिक्षा देने में जुट जाते हैं. सुमित कहते हैं उनका लक्ष्य बच्चों और युवाओं को सही राह दिखाना है. इसी तरह योद्धा अकादमी के अभिषेक मिश्रा बताते हैं कि उनकी अकादमी डिफेंस सर्विसेज के लिए युवाओं को तैयार करती है. महेशलुंडी के मुखिया ने उनका सहयोग मांग था ताकि इस क्षेत्र के युवाओं को जागरूक किया जा सके. ऐसे में वे अपना सहयोग दे रहे हैं.
लगाए जाते हैं भारत माता की जय के नारे: यहां पर बच्चों का प्रशिक्षण आरंभ करने और खेल कूद प्रतियोगिता के दौरान सबसे अधिक भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए जाते हैं. बच्चे और युवा इन नारों के बाद पूरी तरह जोश में आ जाते हैं.