गिरिडीहः ग्रामीण स्तर पर खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने और प्रतिभावान खिलाड़ियों को सही स्थान मिले, इसको लेकर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार गंभीर है और कवायद भी शुरू कर दिया गया है. ग्रामीण स्तर पर प्रतिभावान खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जाएंगी. ये बातें राज्य के खेल मंत्री हफीजूल हसन (Sports Minister Hafizul Hasan) ने खेल समारोह को संबोधित करते हुए कहा.
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बेंगाबाद प्रखंड के घुठिया मैदान में आयोजित डे-नाइट फुटबॉल टूर्नामेंट (Football Tournament) में खेल मंत्री ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि सरकार हर कदम पर सहयोग देने को तैयार है. उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा की सरकार ने खेल की दिशा में कोई काम नहीं किया, लेकिन हेमंत सरकार में इसे नया आयाम दिया जा रहा है.
ग्रामीण क्षेत्रों में बनेगा स्टेडियम
मंत्री हफीजूल हसन ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर खिलाड़ियों की प्रतिभा को संवारा जाएगा. इसको लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्टेडियम और मिनी स्टेडियम बनाया जाएगा, ताकि खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने में कठिनाई नहीं हो. उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर सिद्धो-कान्हू क्लब का गठन किया जाएगा और प्रत्येक वर्ष क्लब को 25 हजार रुपये खेल प्रतिभा के विकास के लिए फंड मुहैया कराया जाएगा.
संसाधनों की नहीं होने देंगे कमी
हफीजूल हसन ने कहा कि झारखंड में ग्रामीण स्तर पर खेल संसाधनों की कमी है. इन कमियों को दूर किया जा रहा है. उन्होंने ओलंपिक का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने गांव की दो होनहार खिलाड़ियों को आगे बढ़ने में पूरा सहयोग दिया है. झारखंड के 40 प्रतिभावान खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी है. उन्होंने सलीमा टेटे और निक्की प्रधान का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों खिलाड़ी गरीब परिवार से हैं, लेकिन अपने जज्बे के बदौलत एक सफल मुकाम हासिल किया है. उन्होंने कहा कि खेल के साथ साथ शिक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत है. एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है.
खेल के होते हैं दो पहलू
झामुमो विधायक डॉ. सरफराज अहमद ने कहा कि खिलाड़ियों को हार से कभी विचलित नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हार ही जीतने के लिए प्रेरित करती है. जीत और हार खेल के दो पहलू होते हैं.