गिरिडीह: बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के मनवा पहाड़ी के जंगल में दो कंकाल मिलने से गिरिडीह के तिसरी में सनसनी फैल गयी है. कंकाल के पास तिसरी के पदनाटांड़ निवासी दो भाई अंशु कुमार और चंदन कुमार का बाइक भी मिला है. ऐसे में लोग संशय में है. मामले की जानकारी पर तिसरी और खैरा पुलिस मौके पर पहुंची है. यह पता लगाया जा रहा है कि कंकाल दोनों भाइयों का तो नहीं है.
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दोनों भाइयों को खोजने में पुलिस विफल साबित हुई थी. ऐसे में घर वाले अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर खुद ही खोजबीन में जुटे थे. इसी खोजबीन के क्रम में बुधवार को बिहार के गरही डैम से तीन किलोमीटर आगे मनवा पहाड़ी के जंगल में बाइक को खोजा गया. यहीं पर मानव का दो कंकाल मिला है. बाइक और कंकाल मिलने के बाद दोनों लापता युवकों के भाई कुंदन बरनवाल ने बिहार के खैरा और गिरिडीह जिला के तिसरी थाना पुलिस को खबर की गई है. घरवालों ने बताया कि जंगल के क्षेत्र से दुर्गंध आने की सूचना पर युवकों के भाई कुंदन बरनवाल, मामा संजय, मनोज, प्रमोद और समाजसेवी किशोरी साव स्थानीय लोगों की मदद से मनवा पहाड़ के जंगल में पहुंचे. घंटों बाद जंगल में बाइक और कुछ दूरी पर दो लोगों का कंकाल देखा गया.
28 दिनों से थे लापता
22 जून को ही दोनों सगे भाई अंशु और चंदन बर्णवाल बाइक पर सवार होकर घर से निकले थे. दोनों डोरंडा जाने की बात कहकर निकले थे और घर में कहा था कि शाम तक वापस आ जाएंगे. इसके बाद दोनों घर वापस नहीं लौटे. हालांकि, दोनों के लापता होने के दूसरे दिन ही बिहार के गरही डैम के पास पर्स मिलने की बात कही जा रही थी.
माले ने किया था प्रदर्शन
दोनों भाइयों के लापता होने के कुछ दिनों तक गिरिडीह और जमुई की पुलिस ने जंगल में काफी तलाशी ली थी लेकिन कुछ पता नहीं चल सका था. इस दौरान पैसे के लेनदेन और बाबाओं के चक्कर की बात भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही. पुलिस ने एक बाबा से पूछताछ भी की थी. वहीं, दोनों भाइयों की बरामदगी नहीं होने से नाराज भाकपा माले नेता राजकुमार यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन भी किया गया था.
कंकाल और बाइक मिलने के बाद परिजनों का कहना है कि इसकी जानकारी खैरा थानाध्यक्ष को दी गयी लेकिन वे बार बार फोन काटते रहे. सूचना के एक घंटे तक पुलिस नहीं पहुंची. बाद में पुलिस ने पड़ताल शुरू की.