बगोदर, गिरिडीह: सावन के अंतिम सोमवार पर भी झारखंड के मंदिर बंद रहे. इसके बावजूद श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचे और मंदिर के गेट के बाहर से ही शिव की पूजा-अर्चना की. बगोदर के प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहरधाम में भी सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. यहां उन्होंने सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की और मन्नत मांगी. हालांकि मंदिर का गेट बंद रहने से श्रद्धालु भीतर प्रवेश नहीं कर सके. उन्होंने गेट पर ही पूजा- अर्चना की.
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सावन के अंतिम सोमवारी पर सरकार के फरमान शिव भक्तों की आस्था के आगे बौने साबित हुए. मंदिर बंद रहने पर शिवभक्तों ने मंदिर के बंद गेट पर ही आदिदेव की पूजा-अर्चना की. बगोदर के प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहरधाम में काफी भीड़ है और शिव भक्तों में भगवान की पूजा अर्चना को लेकर उत्साह है.
बता दें कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा पिछले कई महीनों से मंदिरों में श्रद्धालुओं के पूजा- अर्चना पर पाबंदी लगाई गई है. मंदिरों में सिर्फ पुजारियों को ही पूजा करने की इजाजत है. लेकिन हिन्दू धर्मावलंबियों में शिव को प्रिय सावन माह में सोमवार की पूजा के महत्व को देखते हुए शिवालयों पर भीड़ उमड़ रही है. ऐसा ही नजारा आज बगोदर के हरिहर धाम में भी दिखा. सावन की सोमवारी पर शिवभक्तों की भीड़ उमड़ी. लेकिन मंदिर का गेट न खुलने से शिवभक्त नाखुश नजर आए. बहरहाल उन्होंने बाहर से ही पूजा-अर्चना कर मन्नत मांगी.
हर मन्नत होती है पूरी
गिरिडीह में ऐसी मान्यता है कि हरिहर धाम में पूजा अर्चना के बाद मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है. इससे कोई भी श्रद्धालु इस पुण्यलाभ से पीछे नहीं छूटना चाहता.