बगोदर, गिरिडीह: किसी ने सच ही कहा है मन में अगर कुछ करने की तमन्ना हो तो शारीरिक बनावट एवं उम्र की सीमाएं इसमें बाधा नहीं बनती है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है, बगोदर प्रखंड के बेको गांव के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने. सरकारी नौकरी से अवकाश प्राप्त होने के बाद यहां के बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने पर्यावरण की रक्षा की कर रहे हैं.
सालों पहले लगाए गए पौधे लहलहा रहे आज
इसी निमित्त उनके द्वारा यहां स्थित पंच मंदिर परिसर में कुछ सालों पूर्व पौधारोपण किया गया है. सैकड़ों की संख्या में यहां तरह-तरह के पौधे लगाए गए थे, जो आज लहलहा रहे हैं. इनकी निगरानी सेवानिवृत्त कर्मचारियों द्वारा की जाती है. समय समय पर वृक्षों में पटवन का कार्य भी उनके द्वारा किया जाता है. परिणाम स्वरूप आज 250 की संख्या में यहां तरह-तरह के वृक्ष लहलहा रहे हैं.
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70 फीट उंचे भगवान शिव का बनवाया गया मंदिर
बताया जा रहा कि इन वृक्षों में कीमती वृक्षों के साथ-साथ फल और फूल के भी कई पेड़ -पौधे शामिल हैं. सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने बताया कि सबसे पहले उनके द्वारा सहयोग राशि जमा कर वृक्षारोपण के पहले मंदिर परिसर के कैंपस की चारदीवारी की गई. इसके बाद परिसर में पेड़ पौधे लगाए गए. इतना ही नहीं सेवानिवृत्त कर्मचारियों की निगरानी में यहां नए सिरे से 70 फीट ऊंचे भगवान शिव का पंच मंदिर का भी निर्माण कराया जा रहा है. निर्माण कार्य के लिए 2 करोड़ रुपए लक्ष्य निर्धारित किया गया. मंदिर के पहले तल्ले का निर्माण भी कर लिया गया है.
पर्यावरणविद के नाम से पुकारे जाते है
बताया कि मंदिर के निर्माण में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के अलावा बेको पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के गांवों के सभी घरों से भी सहयोग राशि निर्धारित कर उक्त राशि ली जा रही है. इस गांव के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की यह अनूठी पहल निश्चित ही समाज को संदेश देने का काम किया है. वृक्षों की रखवाली करने वाले यहां के पेंशनधारियों को लोग पर्यावरणविद के नाम से भी जाने और पुकारे जाते हैं.