गिरिडीहः जिले के बगोदर प्रखंड में भू-रैयतों ने जीटी रोड चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहित किए गए जमीन के एवज में उचित मुआवजा नहीं मिलने पर विरोध प्रदर्शन किया. भू- रैयतों ने कहा कि वे जान दे देंगे पर जमीन नहीं देंगे. भू-रैयतों ने जमीन अधिग्रहण के एवज में उचित मुआवजा नहीं मिलने का आरोप लगाया है
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मुआवजा भुगतान की गारंटी करने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 11 जुलाई को सरकारी स्तर पर 1069 भू-रैयतों को नोटिस थमाया दिया गया. नोटिस में भूमि अधिग्रहण किए जाने के बदले भू-रैयतों को कृषि दर पर मुआवजा दिए जाने का उल्लेख किया गया है, इससे भू-रैयतों में उबाल है. इस कारण शुक्रवार को अटका के प्रभावित भू-रैयतों की एक बैठक हुई. इसमें रोड चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहित किए जा रहे जमीन के एवज में आवासीय दर पर मुआवजा भुगतान किए जाने की गारंटी करने की मांग की गई.
मौके पर भू-रैयत सह अटका पूर्वी के मुखिया प्रतिनिधि रामकृष्ण मेहता और भू-रैयत सह झाविमो नेता शत्रुध्न प्रसाद मंडल ने दो टूक कहा कि आवासीय दर पर भू-रैयतों को मुआवजा दिए जाने की गारंटी नहीं होने पर इलाके के भू-रैयत किसी भी कीमत पर रोड चौड़ीकरण का कार्य होने नहीं देंगे.