बगोदर, गिरिडीहः जिले के बगोदर प्रखंड क्षेत्र में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के लाभ से ग्रामीणों को वंचित रहना पड़ रहा है. ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ्य सेवाएं बड़े- बड़े भवनों तक ही सिमट कर रह गयी हैं. बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लाखों की लागत से बड़े- बड़े दो मंजिला प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण करवाया गया है, लेकिन विडंबना यह है कि उन प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्रों का आजतक उद्घाटन तक नहीं हो पाया है.
इन गांवों में बने हैं प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र
बगोदर प्रखंड के तिरला, औंरा, माहुरी, खंभरा आदि गांवों में सरकारी स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए दो मंजिला भवनों का निर्माण करवाया गया है. कहीं एक दशक पहले तो, कहीं चार साल पहले प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कार्य पूरा हो गया है, लेकिन यहां स्वास्थ्य सेवा बहाल नहीं हो सकी है.
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खंभरा- बनपुरा गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र के बारे में स्थानीय पंस सदस्य समता देवी बताती हैं, कि प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्रों का संचालन नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती है. वहीं, स्थानीय विशाल सिंह का कहना है कि इस अस्पताल में आज तक कोई अधिकारी या डॉक्टर झांकने तक नहीं आया है.