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गिरिडीहः सज गया तिलकुट का बाजार, व्यवसाय पर मंदी की मार

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Published : Jan 2, 2020, 9:28 AM IST

गिरिडीह के चौक-चौराहों पर तिलकुट का सुगंध बिखरने लगी है. मकर संक्रांति के त्यौहार को लेकर बगोदर प्रखंड में तिलकुट की कई दुकानें खुल चुकी हैं. जहां तिलकुट बनाये जा रहे हैं.

Preparation of Tilkut starts in Bagodar on Makar Sankranti festival
तिलकुट की दुकान

बगोदर, गिरिडीहः जिले के बगोदर प्रखंड में मकर संक्रांति को लेकर तिलकुट तैयार किया जा रहा है और बगोदर सहित आस-पड़ोस के इलाके में इसकी आपूर्ति भी की जा रही है. बता दें कि मकर संक्रांति के त्यौहार को देखते हुए एक पखवारे पहले शुरू हुआ यह कुटीर धंधा एक महीने तक चलेगा. वहीं, तिलकुट बनाने के धंधे में स्थानीय कारीगर भी जुटे हुए हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी देखें- झामुमो का दावा: हड़बड़ी में किया गया नई असेंबली बिल्डिंग का उद्घाटन, अभी तक नहीं हुआ है हैंड ओवर

कारीगरों ने बताया कि इस धंधे से उन्हें 1 महीने तक स्थानीय स्तर पर काम मिल जाता है. वहीं, इस धंधे के संचालक शिबू बाबा ने कहा कि बिहार के गया से तिल और स्थानीय स्तर पर चीनी, गुड़ आदि की खरीदारी कर तिलकुट तैयार किया जाता है. यहां चीनी, गुड़, खोवा आदि के तिलकुट बनाए जा रहे हैं. इस व्यवसाय पर मंदी की मार भी देखने को मिल रही है. बाजारों में सभी प्रकार के तिलकुट की डिमांड है, लेकिन मंदी का असर भी इस व्यवसाय पर दिख रहा है.

बगोदर, गिरिडीहः जिले के बगोदर प्रखंड में मकर संक्रांति को लेकर तिलकुट तैयार किया जा रहा है और बगोदर सहित आस-पड़ोस के इलाके में इसकी आपूर्ति भी की जा रही है. बता दें कि मकर संक्रांति के त्यौहार को देखते हुए एक पखवारे पहले शुरू हुआ यह कुटीर धंधा एक महीने तक चलेगा. वहीं, तिलकुट बनाने के धंधे में स्थानीय कारीगर भी जुटे हुए हैं.

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कारीगरों ने बताया कि इस धंधे से उन्हें 1 महीने तक स्थानीय स्तर पर काम मिल जाता है. वहीं, इस धंधे के संचालक शिबू बाबा ने कहा कि बिहार के गया से तिल और स्थानीय स्तर पर चीनी, गुड़ आदि की खरीदारी कर तिलकुट तैयार किया जाता है. यहां चीनी, गुड़, खोवा आदि के तिलकुट बनाए जा रहे हैं. इस व्यवसाय पर मंदी की मार भी देखने को मिल रही है. बाजारों में सभी प्रकार के तिलकुट की डिमांड है, लेकिन मंदी का असर भी इस व्यवसाय पर दिख रहा है.

Intro:मकर संक्रांति को लेकर बगोदर में बन रहा तिलकुट, व्यवसाय में मंदी का मार

बगोदर/गिरिडीह


Body:बगोदर/गिरिडीहः बगोदर के तिलकुट की सुगंध से बगोदर सहित आसपास की फिजा भी सुगंधित हो रहा है. यानी मकर सक्रांति को लेकर बगोदर में तिलकुट तैयार किया जा रहा है और बगोदर सहित आस पड़ोस के इलाके में इसकी आपूर्ति भी की जा रही है. बगोदर चौक स्थित एक हॉल नुमा दुकान में तिलकुट बनाया जा रहा है. मकर सक्रांति त्यौहार को देखते हुए एक पखवारे पूर्व शुरू हुए यह कुटीर धंधा एक महीने तक चलेगा. मकर सक्रांति का त्यौहार समाप्त होते ही यह धंधा भी मंदा पड़ जाता है और धंधे को बंद कर दिया जाता है. तिलकुट बनाने के धंधे में स्थानीय कारीगर भी जुटे हुए हैं कारीगरों ने बताया कि इस धंधे से उन्हें 1 महीने तक स्थानीय स्तर पर काम मिल जाता है. इस धंधे के संचालक शिबू बाबा ने बताया कि बिहार के गया से तिल एवं स्थानीय स्तर पर चीनी- गुड़ आदि की खरीददारी कर तिलकुट तैयार किया जाता है. बताया कि यहां चीनी, गुड़,खोवा आदि के तिलकुट बनाए जा रहे हैं. बताया कि व्यवसाय में मंदी का मार भी देखने को मिल रहा है. बताया कि बाजार में सभी प्रकार के तिलों का डिमांड है परंतु मंदी का भी असर व्यवसाय को प्रभावित कर रहा है.


Conclusion:शिबू बाबा, तिलकुट व्यवसायी
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