गिरिडीह: जिले के उग्रवाद प्रभावित तिसरी प्रखंड के खटपोंक पंचायत में पुलिस पिकेट स्थापित किया जाएगा. इसे लेकर गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा और एसपी अमित रेणू ने उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक को प्रस्ताव भेजा है. प्रस्ताव पर डीआईजी की मुहर लगने के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय को भेजा जाएगा. ऐसी उम्मीद है कि जल्द ही यह सारी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और खटपोंक में पुलिस पिकेट स्थापित हो जाएगा.
नक्सल-अपराध प्रभावित है इलाका
तिसरी का खटपोंक पंचायत घोर नक्सल प्रभावित इलाका है. यह पंचायत जिला मुख्यालय से लगभग 75 किमी दूरी पर है, जबकि तिसरी थाना से इस पंचायत की दूरी 8 किमी है. यह पंचायत बिहार के जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित गगनपुर, पिपरातरी, पथरिया और सिमराढाब के बगल में स्थित है. इस इलाके में नक्सलियों की चहलकदमी रहती है. आपराधिक घटनाएं भी इस सीमावर्ती इलाके में होते रहती है.
राशन डीलर के बेटे का हुआ था अपहरण
खटपोंक पंचायत के राशन डीलर के बेटे का अपहरण भी साल 2019 में हुआ था. इस अपहरणकांड को अंजाम देने में बिहार के अपराधियों का ही हाथ था. इस क्षेत्र में चोरी, अपहरण, दो समुदायों झड़प, जमीन विवाद की घटना हो चुकी है. ऐसे में इस इलाके में रहनेवाले लोगों में भय का माहौल रहता है.
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भौगोलिक स्थिति
खटपोंक पंचायत में कुल 15 गांव है, जिसमें खटपोंक, लोहराना, बाघमारी, रिझनी, कर्णपुरा, बन्दरचुवां, केंदुआ, महलीडीह, भोक्ताडीह, पंचरुखी, दिवानजोत, दलपतडीह, राणाडीह, बस्तीकुरा, सुमरेडीह शामिल है. जंगल और पहाड़ों से घिरे इस इलाके का कुल क्षेत्रफल 3065.40 हेक्टेयर है. यहां की कुल जनसंख्या 5435 है. इलाका सुदूरवर्ती होने के कारण किसी भी घटना के बाद पुलिस को यहां पहुंचने में काफी परेशानी होती है.