गिरिडीह: जिल के उग्रवाद प्रभावित तिसरी और गावां के 12 नाबालिग बच्चों की तस्करी करने का प्रयास किया गया. इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. मानव तस्करी के खेल का खुलासा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सदस्यों की सक्रियता से हुई है.
बताया जाता है कि तिसरी प्रखंड के मंसाडीह, थानसिंगडीह पंचायत और गांवा प्रखंड के एक दर्जन नाबालिक बच्चों को बस पर बैठाकर सूरत ले जाया जा रहा था. मामले की जानकारी कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के जिला समन्वयक मुकेश तिवारी को मिली, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. सूचना मिलते ही तिसरी पुलिस पहुंची, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले तस्करों ने सभी बच्चों को भगा दिया. मौके से पुलिस ने तीन बाल तस्कर और चार-पांच बच्चों को बस सहित थाना लाया. तस्करों से तिसरी पुलिस पुछताछ कर रही है. बरामद सभी बच्चे गांवा प्रखंड के रहने वाले हैं, जबकि आरोपी डोरंडा और तिलकीमारण का रहने वाला है.
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दो दिनों से खड़ी थी बस
जानकारी के अनुसार जिस बस से बच्चों को ले जाया जा रहा था, वह बस पिछले दो दिनों से देवरी के चतरो में खड़ी थी. बच्चों को सकुशल बरामद करने में जिला समन्वयक मुकेश तिवारी, प्रखंड समन्वयक सुरेंद्र पंडित, गूंजा देवी आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही.