गिरिडीहः भेलवाघाटी थाना इलाके के चंदली गांव के टोला सालबहियार में एक आदिवासी परिवार के चार सदस्यों का धर्म परिवर्तन करने का प्रयास हुआ है. इस मामले की जानकारी पर ग्रामीणों ने विरोध जताया है. ग्रामीणों के विरोध पर पुलिस पहुंची और मौके से प्रार्थना करने वाले दो पास्टर को हिरासत में लिया है. जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें देवघर जिले के जसीडीह थाना इलाके के धरवाडीह निवासी रामलाल हांसदा व बिहार के जमुई जिले अंतर्गत चकाई थाना इलाके के बिंदली गांव निवासी संजय मरांडी है.
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क्या है पूरा मामलाः बताया जाता है कि सालबहियार टोला के गोंदवा बास्के के घर ईसाई समुदाय के दोनों पास्टरों द्वारा प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था. इस सभा में बिहार के चकाई के अलावा गिरिडीह जिले के तिसरी के ईसाई समुदाय के कई लोग जुटे थे. सभा के दौरान प्रदीप बास्के, शीला मरांडी, गोंदवा बास्के व छोटकी मरांडी का धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म में जोड़ा जा रहा था. इसकी भनक लोगों को लगी तो स्थानीय आदिवासी समाज व साथ में अन्य समाज के लोगों ने विरोध किया. इसकी सूचना भेलवाघाटी पुलिस को दी गई. सूचना पर थाना प्रभारी अवधेश कुमार पहुंचे. यहां आक्रोशित ग्रामीणों को समझाया और दोनों पास्टरों को हिरासत में ले लिया.
इस संबंध में धर्म परिवर्तन कर रहे प्रदीप बास्के का कहना है वह बीमारी व गोतिया से परेशान है. बीमारी से निजात के लिए वह जीवन परिवर्तन करना चाहता है और पास्टर को बुलाकर धर्मसभा करवा रहा था. दूसरी तरफ पास्टर संजय मरांडी का कहना है कि धर्म परिवर्तन वह नहीं करा रहा है, बल्कि प्रार्थना से बीमारी का इलाज कर रहा है.