गिरिडीहः कोयला का अवैध खनन व परिवहन के खिलाफ कार्रवाई हुई है. जिला पुलिस व सीसीएल से संयुक्त अभियान चलाकर कोयला लदी बैलगाड़ियों को तोड़ा गया है. मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है.
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जिला में बंद पड़े सीसीएल के ओपेनकास्ट माइंस के समीप से कोयला का अवैध खनन व परिवहन के मामले में सीसीएल तथा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है. ओपेनकास्ट के पीछे की गई इस कार्रवाई में कोयला लदी सात बैलगाड़ी को तोड़ा गया जबकि दो लोगों को हिरासत में लिया गया. यह कार्रवाई सीसीएल के परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान व पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह के संयुक्त नेतृत्व में हुई है.
बताया जाता है कि सीसीएल के बंद पड़े माइंस से चार-पांच फीट का गड्ढा खोदकर कोयला का अवैध खनन किया जाता है. इसके अलावा सतीघाट के इलाके में कोयला का खदान चलाया जाता है. अंधेरा होने के बाद कोयला को निकाल कर इसे अलग अलग स्थानों पर जमा करके इसे बाइक और बैलगाड़ी पर लादकर जिले के विभिन्न प्रखंडों के साथ साथ बिहार के बेला भेजा जाता है. होली के कुछ दिनों बाद से यह काम धड़ल्ले से शुरू हो गया था. इसकी सूचना एसडीपीओ अनिल सिंह के अलावा परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह को मिली थी. इसके बाद सीसीएल व पुलिस महकमा ने बैठक की और छापेमारी का निर्णय लिया. शनिवार की सुबह लगभग 6 बजे टीम ने छापा मारा. छापामार दल को देखकर ज्यादातर चोर भाग निकले. इस दौरान बैलगाड़ियों के साथ दो लोगों को पकड़ा गया. कोयला लदी बैलगाड़ी को जेसीबी से तोड़ दिया गया. जबकि कोयला को सीसीएल ने जब्त कर लिया.
नदी पर मिला बांस का पुलः इस छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने पाया कि माइंस के ठीक पीछे कोयला चोरों के आने जाने के लिए बांस का पुल बनाया गया है. ऐसे में बांस के इस पुल को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया. यहां पर यह भी पता चला कि एक संगठित गिरोह इस अवैध धंधे का संचालन करवाता है. बैलगाड़ी व बाइक से वसूली करनेवाला अलग गिरोह भी यहां पर सक्रिय रहने की बात कही जा रही है.
क्या कहते हैं अधिकारीः इस संदर्भ में सीसीएल के परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही यह छापेमारी की गई है. यह भी कहा कि वैसे सीसीएल समय समय पर डोजरिंग का काम करवा रही है.