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गिरिडीह: डैम में अवैध कब्जा से नाराज ग्रामीण, सीएम को पत्र भेज लगाई गुहार - गिरिडीह समाचार

गिरिडीह के बगोदर प्रखंड के बालक गांव स्थित सार्वजनिक डैम में गांव के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. ग्रामीणों ने डैम को अवैध कब्जा से मुक्त करने की मांग को लेकर सीएम सहित राज्य के 13 आला अधिकारियों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजा है.

सार्वजनिक डैम
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Published : May 24, 2020, 7:03 PM IST

गिरिडीह: जिले के बगोदर प्रखंड के बालक गांव में 54 साल पूर्व बने सार्वजनिक डैम को गांव के हीं चंद लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने सीएम हेमंत सोरेन सहित प्रदेश के 13 आला अधिकारियों को आवेदन भेजकर डैम को अवैध कब्जा से मुक्त किए जाने की मांग की है.

देखें पूरी खबर


प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाये आरोप

आवेदन में कहा गया है कि प्लॉट नंबर 2018 और प्लॉट नंबर 2023 सहित अन्य रैयतों की जमीन पर 1966-67 में डैम का निर्माण किया गया था. उसके बाद से इस डैम में बालक गांव के ग्रामीणों का समान अधिकार रहा है. लेकिन इन दिनों गांव के चंद लोगों ने अतिक्रमण कर डैम पर अवैध कब्जा कर लिया है. और राजनीतिक दल और प्रशासनिक अधिकारी इसकी अनदेखी करके गांव में विवाद खड़ा करने का काम कर रहे हैं. ये डैम बालक गांव के ग्रामीणों का जीवनरेखा है. इससे न सिर्फ पटवन किया जाता है बल्कि पशुओं को भी पीने के लिए यहां पानी मिलता है. इस डैम में मत्स्य पालन के लिए मत्स्य मित्र को छह साल के लिए लीज पर दिया गया है जो एक महीने बाद समाप्त होगी.

ये भी पढ़ें- धनबाद: 4 छात्रावास क्वॉरेंटाइन सेंटर में तब्दील होंगे, डीसी ने जारी किए निर्देश

करेंगे आमरण अनशन

ग्रामीणों ने सीएम सहित अन्य अधिकारियों से डैम को अवैध कब्जा से मुक्त करने की मांग की और साथ ही साथ कहा कि अगर इस मामले पर कार्रवाई नहीं की गयी, तो ग्रामीण प्रखंड कार्यालय परिसर में आमरण-अनशन करेंगे.

गिरिडीह: जिले के बगोदर प्रखंड के बालक गांव में 54 साल पूर्व बने सार्वजनिक डैम को गांव के हीं चंद लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने सीएम हेमंत सोरेन सहित प्रदेश के 13 आला अधिकारियों को आवेदन भेजकर डैम को अवैध कब्जा से मुक्त किए जाने की मांग की है.

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प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाये आरोप

आवेदन में कहा गया है कि प्लॉट नंबर 2018 और प्लॉट नंबर 2023 सहित अन्य रैयतों की जमीन पर 1966-67 में डैम का निर्माण किया गया था. उसके बाद से इस डैम में बालक गांव के ग्रामीणों का समान अधिकार रहा है. लेकिन इन दिनों गांव के चंद लोगों ने अतिक्रमण कर डैम पर अवैध कब्जा कर लिया है. और राजनीतिक दल और प्रशासनिक अधिकारी इसकी अनदेखी करके गांव में विवाद खड़ा करने का काम कर रहे हैं. ये डैम बालक गांव के ग्रामीणों का जीवनरेखा है. इससे न सिर्फ पटवन किया जाता है बल्कि पशुओं को भी पीने के लिए यहां पानी मिलता है. इस डैम में मत्स्य पालन के लिए मत्स्य मित्र को छह साल के लिए लीज पर दिया गया है जो एक महीने बाद समाप्त होगी.

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करेंगे आमरण अनशन

ग्रामीणों ने सीएम सहित अन्य अधिकारियों से डैम को अवैध कब्जा से मुक्त करने की मांग की और साथ ही साथ कहा कि अगर इस मामले पर कार्रवाई नहीं की गयी, तो ग्रामीण प्रखंड कार्यालय परिसर में आमरण-अनशन करेंगे.

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