गिरिडीह: कोयले का अवैध खनन, चोरी और तस्करी को लेकर बदनाम रहे गिरिडीह की तस्वीर अब बदलने लगी है. एसपी अमित रेणू के निर्देश पर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी वनोद कुमार के नेतृत्व में ऑपरेशन क्लीन स्वीप चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत हर दिन उन इलाके में डोजरिंग की जा रही है, जहां पर कोयले के खनन की सूचना मिल रही है. लगातार चल रहे ऑपरेशन के कारण अब यहां की सड़कों पर चोरी का कोयला लदा बाइक और बैलगाड़ी कम देखने को मिल रहा है.
एसडीपीओ ने कहा कि कोयला राष्ट्र की संपत्ति है और इसे सुरक्षित रखना सभी की जिम्मेदारी है, एसपी भी कोयला तस्करी पर रोक लगाने को लेकर काफी गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप तब तक चलता रहेगा, जब तक इस अवैध कारोबार को रोजगार समझ चुके लोग ईमानदारी का रास्ता चुनकर कोई दूसरा काम नहीं करने लगे, इस धंधे में शामिल लोगों के अलावा अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों पर भी कार्यवाई होगी.
सभी का सहयोग जरूरी: पीओ
वहीं परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि पिछले 24 दिसंबर से ही हर दिन डोजरिंग अभियान चल रहा है, महाप्रबंधक के अलावा सीसीएल के वरीय अधिकारी भी चोरी और खनन रोकने के लिए गंभीर हैं, पुलिस का भी पूरा सहयोग मिल रहा है, अब कोलियरी को बचाने के लिए इस दिशा में सख्त कदम उठाने की दरकार थी.
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क्या है पूरा मामला
गिरिडीह के बंद पड़े खदानों और माइंस से सटे इलाके में अवैध खनन कर कोयला निकालने और माइंस के अंदर घुसकर कोयले की चोरी करने का काम दशकों से चल रहा है. चोरी के कोयले को बैलगाड़ी, बाइक से बिहार तक भेजा जाता है. पुलिस और सीसीएल प्रबंधन ने इस अवैध कारोबार पर पूरी तरह लगाम लगाने का काम शुरू किया है. इसका असर भी दिखने लगा है.