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गिरिडीह: डायरिया से वृद्ध महिला की मौत, गांव पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों का हुआ विरोध

गिरिडीह में देवरी प्रखंड के घोसे गांव में एक वृद्ध महिला की डायरिया से मौत हो गई. मृतक का इलाज अस्पताल में चल रहा था. वृद्ध महिला की मौत के बाद आए स्वास्थ्यकर्मियों का ग्रामीणों ने विरोध किया.

स्वास्थ्यकर्मियों का विरोध करते ग्रामीण
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Published : Aug 25, 2019, 9:45 PM IST

जमुआ/गिरिडीह: जिले के देवरी प्रखंड के घोसे गांव में डायरिया से पीड़ित एक वृद्ध महिला की मौत हो गई. 70 वर्षीय चंद्रिका देवी तीन दिन पहले डायरिया से पीड़ित हुई थी. जिसके बाद परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए गिरिडीह स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां इलाज के क्रम में उनकी की मौत हो गई.

देखें पूरी खबर


चंद्रिका देवी की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और सिविल सर्जन के आदेश पर एक टीम घोसे गांव पहुंची. रविवार को घोसे पहुंचते ही स्वास्थ्यकर्मियों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों का कहना था कि डायरिया से पीड़ित होकर वृद्धा की मौत हो जाने के बाद डीडीटी और ब्लीचिंग पाउडर डलवाया जा रहा है. विरोध जता रहे ग्रामीणों ने टीम के सदस्यों से पूछा की डेढ़ महीने पहले डायरिया फैल जाने की सूचना दी गयी थी, इतने दिनों तक विभाग कहां सोया हुआ था. हालांकि बाद में स्वास्थ्यकर्मियों ने ग्रामीणों को समझाया और जलकूपों में ब्लीचिंग पाउडर और डीडीटी डलवाया.

डेढ़ महीने से जारी है डायरिया का कहर
गांव के ग्रामीणों ने बताया की गांव में डेढ़ महीने से डायरिया फैला हुआ है. स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दिए जाने के बाद भी गांव में डीडीटी का छिड़काव और जलकुपों में ब्लीचिंग पाउडर नहीं डलवाया गया, जिससे डायरिया का प्रकोप पूरे गांव में फैल गया. अब तक गांव के दो दर्जन लोग डायरिया के चपेट में आ चुके हैं. वर्तमान समय में गांव के 6 लोग डायरिया से पीड़ित हैं. डायरिया से पीड़ित लोगों का इलाज जमुआ और गिरिडीह स्थित अस्पताल में चल रहा है.


कर्मियों को भेजा गया गांव- सिविल सर्जन
सिविल सर्जन अवधेश कुमार सिन्हा ने बताया की घोसे गांव में डायरिया फैलने और डायरिया से पीड़ित वृद्धा की मौत हो जाने की सूचना मिली है. सूचना मिलने के साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों की टीम को गांव भेजकर डीडीटी का छिड़काव और जलकूपों में ब्लीचिंग पाउडर डलवाया गया. वहीं, इस मामले में लापरवाही को लेकर देवरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को फटकार लगायी गयी है, उन्हें कहा गया है कि वह हर गांव की खबर रखें और कहीं भी डायरिया नहीं फैले इस पर विशेष ध्यान रखें.

जमुआ/गिरिडीह: जिले के देवरी प्रखंड के घोसे गांव में डायरिया से पीड़ित एक वृद्ध महिला की मौत हो गई. 70 वर्षीय चंद्रिका देवी तीन दिन पहले डायरिया से पीड़ित हुई थी. जिसके बाद परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए गिरिडीह स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां इलाज के क्रम में उनकी की मौत हो गई.

देखें पूरी खबर


चंद्रिका देवी की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और सिविल सर्जन के आदेश पर एक टीम घोसे गांव पहुंची. रविवार को घोसे पहुंचते ही स्वास्थ्यकर्मियों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों का कहना था कि डायरिया से पीड़ित होकर वृद्धा की मौत हो जाने के बाद डीडीटी और ब्लीचिंग पाउडर डलवाया जा रहा है. विरोध जता रहे ग्रामीणों ने टीम के सदस्यों से पूछा की डेढ़ महीने पहले डायरिया फैल जाने की सूचना दी गयी थी, इतने दिनों तक विभाग कहां सोया हुआ था. हालांकि बाद में स्वास्थ्यकर्मियों ने ग्रामीणों को समझाया और जलकूपों में ब्लीचिंग पाउडर और डीडीटी डलवाया.

डेढ़ महीने से जारी है डायरिया का कहर
गांव के ग्रामीणों ने बताया की गांव में डेढ़ महीने से डायरिया फैला हुआ है. स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दिए जाने के बाद भी गांव में डीडीटी का छिड़काव और जलकुपों में ब्लीचिंग पाउडर नहीं डलवाया गया, जिससे डायरिया का प्रकोप पूरे गांव में फैल गया. अब तक गांव के दो दर्जन लोग डायरिया के चपेट में आ चुके हैं. वर्तमान समय में गांव के 6 लोग डायरिया से पीड़ित हैं. डायरिया से पीड़ित लोगों का इलाज जमुआ और गिरिडीह स्थित अस्पताल में चल रहा है.


कर्मियों को भेजा गया गांव- सिविल सर्जन
सिविल सर्जन अवधेश कुमार सिन्हा ने बताया की घोसे गांव में डायरिया फैलने और डायरिया से पीड़ित वृद्धा की मौत हो जाने की सूचना मिली है. सूचना मिलने के साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों की टीम को गांव भेजकर डीडीटी का छिड़काव और जलकूपों में ब्लीचिंग पाउडर डलवाया गया. वहीं, इस मामले में लापरवाही को लेकर देवरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को फटकार लगायी गयी है, उन्हें कहा गया है कि वह हर गांव की खबर रखें और कहीं भी डायरिया नहीं फैले इस पर विशेष ध्यान रखें.

Intro:जमुआ/गिरिडीह. देवरी प्रखंड के घोसे में डायरिया से पीङित एक वृद्ध महिला की मौत हो गयी. मृतका 70 वर्षीय चंद्रिका देवी है. बताया जाता है की चंद्रिका देवी तीन दिन पुर्व डायरिया से पीड़ित हुई थी. जिसके बाद परिजनों द्वारा चंद्रिका देवी को उपचार के लिए गिरिडीह स्थित अस्पताल ले जाया गया. जहां पर इलाज के क्रम में चंद्रिका देवी की मौत हो गयी. इधर चंद्रिका की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और सिविल सर्जन के आदेश पर एक टीम घोसे पहुंची. रविवार को घोसे पहुंचते ही ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पङा. ग्रामीणों का कहना था की डायरिया से पीड़ित होकर वृद्धा की मौत हो जाने के बाद डीडीटी व ब्लीचिंग पाउडर डलवाया जा रहा है. विरोध जता रहे ग्रामीणों ने टीम के सदस्यों से पूछा की डेढ़ माह पुर्व में डायरिया फैल जाने की सूचना दी गयी थी, इतने दिनों तक विभाग कहां सोया हुआ था. हालांकि बाद में स्वास्थ्यकर्मियों ने ग्रामीणों को समझाया.Body:जलकूपों में ब्लीचिंग तो नालियों में पङा डीडीटी
ग्रामीणों को समझाने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों की टीम के द्वारा गांव के जलकुपो में ब्लीचिंग पाउडर का डलवाया गया. साथ हीं नालियों में डीडीटी पाउडर का छिड़काव करवाया गया. टीम में पाक्षक सुखदेव राय, एएनएम मंजू देवी, एमपीडब्ल्यू रवि चौधरी सहित गणेश रजवार, संतोष राणा आदि शामिल थे. स्वास्थ्य कर्मियों ने इस दौरान ग्रामीणों को कई सलाह भी दिया.

डेढ़ माह से फैला है डायरिया"
गांव के ग्रामीण विपिन शर्मा, किशोरी शर्मा, त्रिपुरारी शर्मा, बच्चू यादव, सरयू यादव, झलिया देवी, सवीया देवी, सौदागर महतो आशो स्वर्णकार आदि ने बताया की गांव में ढेढ़ माह से डायरिया फैला हुआ है. स्वास्थ्य विभाग को इसकी सुचना दिए जाने के बाद भी गांव में डीडीटी का छीड़काव व जलकुपो में ब्लीचिंग नही डलवाया गया. फलस्वरूप् डायरिया का प्रकोप पुरे गांव में फैल गया. अब तक गांव के दो दर्जन लोग डायरिया के चपेट में आ चुके हैं. वर्तमान समय में गांव के छः लोग डायरिया से पीड़ित हैं. वर्तमान समय में गांव के संगीता देवी 30 वर्ष, मुन्नी देवी 28 वर्ष, उदय शर्मा 38 वर्ष, अभिषेक शर्मा 18 वर्ष, मालती देवी 35 वर्ष, सुग्गी देवी 30 वर्ष डायरिया से पीड़ित हैं. डायरिया से पीड़ित लोगो का उपचार जमुआ व गिरिडीह स्थित अस्पताल में चल रहा है. Conclusion:कर्मियों को भेजा गया है गांव: सिविल सर्जन
इस बावत सिविल सर्जन अवधेश कुमार सिन्हा ने बताया की घोसे गांव में डायरिया फैलने व डायरिया से पीड़ित वृद्धा की मौत हो जाने की सूचना मिली है. सूचना मिलने के साथ हीं स्वास्थ्य कर्मियों की टीम को गांव भेजकर डीडीटी का छिड़काव व जलकूपो में ब्लीचिंग डलवाया गया. वहीं इस मामले में लापरवाही को लेकर देवरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को फटकार लगायी गयी है. साफ कहा गया है कि हर गांव की खबर रखनी है और कहीं भी डायरिया नहीं फैले इसपर विशेष ध्यान रखना है.

बाईट: ग्रामीण
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