गिरिडीह: डुमरी विधानसभा उपचुनाव का परिणाम आ चुका है. इस बार के चुनाव में जेएमएम ने अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा. इस सीट पर जेएमएम की प्रत्याशी बेबी देवी को 100231 मत तो आजसू प्रत्याशी यशोदा देवी को 83075 मत मिले. इन दोनों को छोड़कर बाक़ी सभी चारों प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई.
ये भी पढ़ें- Dumri By-Election Result: डुमरी में बजा मंत्री बेबी देवी का डंका, दर्ज की शानदार जीत, लगा बधाइयों का तांता
एआईएमआईएम प्रत्याशी का हाल तो नोटा से भी बुरा रहा. इस चुनाव में जहां नोटा ( None of the above) को 3649 मत मिला वहीं एआईएमआईएम प्रत्याशी अब्दुल मोबिन रिजवी को 3471 मत मिला. इसी तरह निर्दलीय प्रत्याशी में से कमल प्रसाद साहू को 712, नारायण गिरि को 610 तो रोशन लाल तुरी को 1898 मत प्राप्त हुआ.
मुस्लिम वोटरों ने भी मोबिन को किया रिजेक्ट: वैसे वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भी एआईएमआईएम के प्रत्याशी अब्दुल मोबिन रिजवी ही थे. उक्त चुनाव में रिजवी को 24132 मत मिला था. इस बार भी रिजवी को यह उम्मीद थी कि उन्हें इतना मत तो मिलेगा. इसके लिए एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी भी डुमरी पहुंचे. यहां सभा भी हुई लेकिन सभा भी रिजवी को वोट दिला नहीं सकी.
इंडिया गठबंधन की घेराबंदी: यदि इस चुनाव में मुस्लिम वोटरों की गोलबंदी रिजवी की तरफ होती तो इसका नुकसान सीधे तौर पर इंडिया गठबंधन को उठाना पड़ता. यही कारण है कि इंडिया गठबंधन में अपने मुस्लिम नेता जैसे आलमगीर आलम, हफिजुल हसन अंसारी, इरफान अंसारी के माध्यम से मुस्लिम वोटरों को किसी के झांसे में नहीं आने को कहा. मंत्री हफिजुल ने तो डुमरी में कैंप कर दिया. दूसरी तरफ सीएम ने भी बताया कि उनकी सरकार कैसे अल्पसंख्यक के हित को लेकर काम कर रही है. इंडिया की यह घेराबंदी काम कर गई और एआईएमआईएम के प्रत्याशी अब्दुल मोबिन रिजवी अपनी जमानत भी नहीं बचा सके. मुस्लिम वोटरों ने रिजवी की जगह इण्डिया गठबंधन प्रत्याशी को पसंद किया.