बगोदर, गिरिडीह: पुलिस कस्टडी में रहकर मुखिया पद के लिए सोमवार को एक शख्स ने नामांकन पत्र दाखिल किया. गिरिडीह जेल में बंद चिंतामन महतो उर्फ झरी महतो को पुलिस अपने साथ लाई और फिर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद उन्हें साथ गिरिडीह जेल ले गई. वे बगोदर प्रखंड के कुसमरजा पंचायत से मुखिया पद के लिए चुनाव लड़ेंगे. वे पिछले कई महीनों से गिरिडीह जेल में बंद हैं.
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जानकारी के मुताबिक गिरिडीह जेल में बंद चिंतामन महतो उर्फ झरी महतो को पुलिस अपने साथ लाई और फिर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद उन्हें साथ गिरिडीह जेल ले गई. वे बगोदर प्रखंड के कुसमरजा पंचायत से मुखिया पद के लिए चुनाव लड़ेंगे. इन पर एसटी/ एसी थाना गिरिडीह में 3/ 21 के तहत मामला दर्ज है. झरी महतो ने बताया कि मैं गिरिडीह केंद्रीय जेल में बंद हूं. जेल में रहकर ही चुनाव लड़ेंगे. झरी का कहना है कि उन्हें फंसाया गया है. जनता इस बात को जान रही है.
झरी महतो ने कहा कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है. मुझे इंसाफ जरूर मिलेगा. उन्होंने कहा कि जनता की सेवा और पंचायत के चहुंमुखी विकास के लिए मैं चुनाव मैदान में उतरा हूं. जनता की अदालत में फैसला होगा. मुझे उम्मीद है कि जनता मुझे प्रतिनिधित्व का मौका जरूर देगी. उन्होंने कहा कि जनता की रायशुमारी मेरे पक्ष में आने पर मैं चुनाव लड़ रहा हूं.
इससे पहले जैसे ही झरी महतो पुलिस की गाड़ी से उतरा, पहले से इंतजार कर रहे समर्थकों ने फूलमाला पहनाकर उनका स्वागत किया. इस दौरान परिजनों के आंखों में आंसू थे. मुखिया प्रत्याशी ने बड़ों का पैर छूकर प्रणाम किया जबकि हम उम्र के लोगों से गले मिला.