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Naxal in Jharkhand: नक्सली बंद को लेकर हाई अलर्ट पर गिरिडीह पुलिस, सुरक्षा के बीच वाहनों का परिचालन - नक्सली न्यूज

नक्सलियों ने 4 राज्यों में बंद का आह्वान कर रखा है. ऐसे में गिरिडीह पुलिस पूरी तरह से सतर्क है. राह से गुजरने वाले वाहनों को भी इलाके से सुरक्षित गुजारा जा रहा है. कई अधिकारी व जवानों की तैनाती की गई है.

naxal bandh in jharkhand
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Published : Apr 5, 2022, 6:37 AM IST

Updated : Apr 5, 2022, 6:53 AM IST

गिरिडीहः नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के टॉप नेता में से एक कंचन उर्फ कबीर की गिरफ्तारी से नक्सली बौखलाहट में हैं. असम में कंचन की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार और असम बंद की घोषणा कर रखी है. 5 अप्रैल(बुधवार) को यह बंद है. चूंकि गिरिडीह अति नक्सल प्रभावित इलाका है और संगठन के कई बड़े नेताओं का घर भी गिरिडीह में हैं. यहां सालों से नक्सलियों की सक्रियता देखी जाती है. बंद के दौरान अक्सर नक्सली गिरिडीह में उत्पात मचाते हैं. पूर्व की घटनाओं को देखते हुए जिला की पुलिस व सीआरपीएफ पूरी तरह से चौकस है.
ये भी पढ़ेंः Naxal Bandh In Jharkhand: नक्सलियों के चार राज्य के बंद को लेकर झारखंड पुलिस अलर्ट


सुरक्षा के बीच हो रहा है परिचालनः गिरिडीह शहर से डुमरी-बेरमो तक जाने वाली सड़क घोर उग्रवाद प्रभावित है. यह सड़क पारसनाथ की तराई के नजदीक से गुजरती है और बंद के दौरान नक्सली इस मार्ग में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं. ऐसे में इस मार्ग पर विशेष चौकसी बरती जा रही है. इस मार्ग पर गुजरने वाले वाहनों को मुफस्सिल के पपरवाटांड़, पीरटांड़, लटकट्टो, डुमरी में रोका जा रहा है और सुरक्षा के बीच वाहनों का परिचालन किया जा रहा है. यहां सुरक्षा में डटे मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नक्सली बंद को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है. वाहनों को पुलिस सुरक्षा के बीच क्रॉस करवाया जा रहा है. बताया कि इस दौरान वाहनों की चेकिंग भी की जा रही है.

देखें पूरी खबर
कौन है कंचनः यहां बता दें कि नक्सली कंचन एक बड़ा नाम है. सैक सदस्य से सेंट्रल कमेटी मेम्बर बन चुके इस नक्सली को पकड़ने का प्रयास पुलिस पिछले डेढ़ दशक से कर रही थी, लेकिन सफलता इस बार मिली और कंचन को असम से गिरफ्तार किया गया. कंचन की गिरफ्तारी के बाद उन्हें राजनीतिक बंदी का दर्जा देने व समुचित इलाज करवाने की मांग के साथ साथ रिहाई की मांग को लेकर नक्सलियों ने आज (5 अप्रैल) के बंद की घोषणा की है.

गिरिडीहः नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के टॉप नेता में से एक कंचन उर्फ कबीर की गिरफ्तारी से नक्सली बौखलाहट में हैं. असम में कंचन की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार और असम बंद की घोषणा कर रखी है. 5 अप्रैल(बुधवार) को यह बंद है. चूंकि गिरिडीह अति नक्सल प्रभावित इलाका है और संगठन के कई बड़े नेताओं का घर भी गिरिडीह में हैं. यहां सालों से नक्सलियों की सक्रियता देखी जाती है. बंद के दौरान अक्सर नक्सली गिरिडीह में उत्पात मचाते हैं. पूर्व की घटनाओं को देखते हुए जिला की पुलिस व सीआरपीएफ पूरी तरह से चौकस है.
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सुरक्षा के बीच हो रहा है परिचालनः गिरिडीह शहर से डुमरी-बेरमो तक जाने वाली सड़क घोर उग्रवाद प्रभावित है. यह सड़क पारसनाथ की तराई के नजदीक से गुजरती है और बंद के दौरान नक्सली इस मार्ग में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं. ऐसे में इस मार्ग पर विशेष चौकसी बरती जा रही है. इस मार्ग पर गुजरने वाले वाहनों को मुफस्सिल के पपरवाटांड़, पीरटांड़, लटकट्टो, डुमरी में रोका जा रहा है और सुरक्षा के बीच वाहनों का परिचालन किया जा रहा है. यहां सुरक्षा में डटे मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नक्सली बंद को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है. वाहनों को पुलिस सुरक्षा के बीच क्रॉस करवाया जा रहा है. बताया कि इस दौरान वाहनों की चेकिंग भी की जा रही है.

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कौन है कंचनः यहां बता दें कि नक्सली कंचन एक बड़ा नाम है. सैक सदस्य से सेंट्रल कमेटी मेम्बर बन चुके इस नक्सली को पकड़ने का प्रयास पुलिस पिछले डेढ़ दशक से कर रही थी, लेकिन सफलता इस बार मिली और कंचन को असम से गिरफ्तार किया गया. कंचन की गिरफ्तारी के बाद उन्हें राजनीतिक बंदी का दर्जा देने व समुचित इलाज करवाने की मांग के साथ साथ रिहाई की मांग को लेकर नक्सलियों ने आज (5 अप्रैल) के बंद की घोषणा की है.
Last Updated : Apr 5, 2022, 6:53 AM IST
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