गिरिडीह: सदर अस्पताल के बगल में कोविड जांच के नाम पर लूट का खेल चल रहा था. यहां जांच के नाम पर लोगों ने ज्यादा पैसा वसूला जा रहा था. इसकी भनक भाकपा माले के नेताओं को लग गई. पार्टी नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा मौके पर पहुंचे और वसूली कर रहे लैब संचालक और उसके साथी को डांट लगाई. एक लड़की से वसूली गई रकम को भी वापस कराया. लैब संचालक को दोबारा ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी.
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मामला बढ़ता देख संचालक ने मानी गलती
भाकपा माले की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जिला परिषद के सामने शांति भवन रोड स्थित कृष्णा पैथोलॉजी सेंटर में मकतपुर निवासी विजय यादव की बेटी प्रियंका कुमारी कोविड जांच कराने गई थी. लैब संचालक ने उससे एंटीजन जांच के नाम पर 800 रुपये लिए, इसकी कोई रसीद भी नहीं दी गई. बच्ची ने जब इसकी मांग की तो संचालक उस पर भड़क गया और उससे बदसलूकी की. प्रियंका ने इसकी सूचना अपने पिता को दी. विजय ने इस घटना की जानकारी माले नेता राजेश यादव को दी.
सूचना मिलते ही राजेश यादव तुरंत अपने साथी राजेश सिन्हा को साथ लेकर लैब पहुंच गए और लैब संचालक से पूछताछ की. मौके पर प्रियंका और उसके पिता भी बुलाया गया. आसपास के लोग भी लैब में जमा हो गए. पहले तो लैब संचालक पूरे मामले से ही इनकार करने लगा, मामला बढ़ता देख उसने अपनी गलती मान ली और पैसा वापस करने को तैयार हो गया.
माले की ओर से जांच के नाम पर लिया गया पैसा वापस कराकर उसे दोबारा ऐसा नहीं करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया. जिला प्रशासन से शहर में हो रहे इस तरह के गोरखधंधे पर रोक लगाने की मांग की गई. माले की ओर से कहा गया कि कोरोना का इलाज और जांच के नाम पर आम लोगों को लूटा जा रहा है. क्योंकि सरकारी सिस्टम अभी-भी पूरी तरह कारगर नहीं हो पाया है. एक तरफ लोग इलाज और जांच के नाम पर लूट के शिकार हो रहे हैं, वहीं टीकाकरण को लेकर भी लोग काफी परेशान हैं.