ETV Bharat / state

Migrants of Jharkhand Unsafe: असुरक्षित हैं झारखंड के प्रवासी मजदूर! दो महीने में 80 ताजिकिस्तान में फंसे, कई की मौत

झारखंड के प्रवासी मजदूर विदेशों में सुरक्षित नहीं हैं. विदेश और महानगरों में जाने वाले ज्यादातर प्रवासी गिरिडीह और आसपास के जिलों से हैं. इन प्रवासियों की सुरक्षा से सबंधित बीते दो महीने में के आंकड़े डराने वाले हैं. आंकड़ों के मुताबिक इन दो महीनों में 80 से ज्यादा मजदूर ताजिकिस्तान में फंस चुके हैं, जबकि कई प्रवासियों की अगल-अलग देशों में मौत हुई है.

Migrants of Jharkhand Unsafe
File Photo
author img

By

Published : Feb 15, 2023, 2:05 PM IST

गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह समेत कई जिलों के प्रवासी मजदूर विदेशों और महानगरों में रोजी रोजगार के लिए पलायन करते हैं, लेकिन वहां भी वे सुरक्षित नहीं दिख रहे हैं. बीते दो महीने की आंकड़े पर गौर करें तो इलाके के 80 मजदूर ताजिकिस्तान में फंस चुके हैं, जबकि एक 6 से अधिक मजदूरों की मौत हो चुकी है.

ये भी पढ़ें: Migrant Labourers of Jharkhand: ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के 36 मजदूर, वीडियो पोस्ट कर वतन वापसी की लगाई गुहार

दो महीने पहले ताजिकिस्तान में 44 मजदूर फंसे थे, जिन्होंने सोशल मीडिया के जरिए वीडियो जारी कर सरकार से वतनवापसी की गुहार लगाई थी. जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास से मजदूरों की वापसी हुई थी. एक बार फिर वहां 36 मजदूर फंस गए हैं. इन मजदूरों ने भी सोशल मीडिया में वीडियो भेजकर वहां फंसे होने की बात कही है, साथ ही उन्होंने सरकार से वतनवापसी की अपील की है.

इधर, मजदूरों की वापसी के लिए बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह के द्वारा प्रयास शुरू कर दिया गया है. प्रवासी मजदूरों के आवागमन की देखरेख करने वाले राज्य मुख्यालय को विधायक के द्वारा मामले से अवगत कराते हुए ताजिकिस्तान में फंसे मजदूरों को सहयोग करने की मांग की गई है. विधायक ने बताया कि ताजिकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास तक मजदूरों का मामला पहुंच गया है. उम्मीद है कि मजदूरों की समस्याओं का समाधान जल्द होगा.

ये भी पढ़ें: ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के मजदूरों की हुई वतन वापसी, देश लौटने के बाद चेहरे पर दिखी खुशी

ताजिकिस्तान में ये मजदूर हैं फंसे: गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड अंतर्गत तुकतुको के खिरोधर महतो, नागेश्वर चौधरी, रामदेव महतो, औरा के सुखदेव महतो, संतोष कुमार, माहुरी के गोवर्धन महतो, ढिबरा के जगरनाथ महतो, परतापुर के गणेश महतो, घाघरा के कैलाश महतो, सरिया प्रखंड के अंतर्गत पिपराडीह के डुमरचंद महतो, डुमरी प्रखंड के अंतर्गत कुलगो के शंकर कुमार, सेवाटांड के झरिलाल महतो, हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ प्रखंड अंतर्गत गोविंदपुर के बालेश्वर महतो, नागी के महेंद्र महतो, करगालो के शिवशंकर साव, सारूकुदर के टुकामन महतो, नागेश्वर महतो, केंदुवाडीह के डेगलाल गंझू, बलकमक्का के दर्शन महतो, उच्चाघाना के प्रकाश महतो, खरना के सुरेश महतो, डेगलाल महतो, महेश महतो, अशोक कुमार, सिरैय के राजेश महतो, बसरिया के सुकर महतो, टाटीझरिया प्रखंड अंतर्गत जोलमी के दौलत महतो, लालमण महतो, योधा महतो बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत हुरलुंग के नारायण महतो, बालेश्वर महतो, कडमा के दशरथ महतो, अशोक कुमार, करतवारी के प्रकाश महतो, और धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड अंतर्गत मानटांड के दिनेश कुमार महतो शामिल हैं.

सरिया के प्रवासी मजदूर की बंगलुरु में मौत: इधर ताजिकिस्तान में मजदूरों के फंसे होने का मामला सामने आने के ठीक दूसरे दिन गिरिडीह जिले के सरिया प्रखंड के बलीडीह के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर की बंगलुरु में मौत होने का मामला सामने आया है. मृतक का नाम प्यारी मंडल है. उसकी मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. वह बंगलुरु में बिल्डिंग लाइन में मजदूर के रूप में कार्यरत था.

ये भी पढ़ें: Giridih Migrant Died in Dubai: गिरिडीह के युसूफ की दुबई में मौत, घर में पसरा मातम

इन मजदूरों की भी हो चुकी है मौत: पिछले दो-तीन महीने के आंकड़ें पर गौर करें तो बगोदर, सरिया और विष्णुगढ़ प्रखंड के करीब 6 प्रवासी मजदूरों की मौत विभिन्न हादसों में हुई है. दस दिन पहले बगोदर के माहुरी गांव के प्रवासी मजदूर युसूफ अंसारी की सड़क दुर्घटना में दुबई में मौत, बगोदर के घाघरा के प्रवासी मजदूर धानेश्वर महतो की 28 दिसंबर को एक हादसे में ओमान में मौत, बगोदर के बरवाडीह के रोहित पंडित की सड़क दुर्घटना में दुबई में मौत, बगोदर अंतर्गत अटका पारटांड के दिनेश्वर दास की दुबई में मौत, बगोदर विवेकनगर के रंजीत शर्मा की मुंबई में मौत, घाघरा के धानेश्वर महतो की मुंबई में मौत सहित अन्य प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है.

गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह समेत कई जिलों के प्रवासी मजदूर विदेशों और महानगरों में रोजी रोजगार के लिए पलायन करते हैं, लेकिन वहां भी वे सुरक्षित नहीं दिख रहे हैं. बीते दो महीने की आंकड़े पर गौर करें तो इलाके के 80 मजदूर ताजिकिस्तान में फंस चुके हैं, जबकि एक 6 से अधिक मजदूरों की मौत हो चुकी है.

ये भी पढ़ें: Migrant Labourers of Jharkhand: ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के 36 मजदूर, वीडियो पोस्ट कर वतन वापसी की लगाई गुहार

दो महीने पहले ताजिकिस्तान में 44 मजदूर फंसे थे, जिन्होंने सोशल मीडिया के जरिए वीडियो जारी कर सरकार से वतनवापसी की गुहार लगाई थी. जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास से मजदूरों की वापसी हुई थी. एक बार फिर वहां 36 मजदूर फंस गए हैं. इन मजदूरों ने भी सोशल मीडिया में वीडियो भेजकर वहां फंसे होने की बात कही है, साथ ही उन्होंने सरकार से वतनवापसी की अपील की है.

इधर, मजदूरों की वापसी के लिए बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह के द्वारा प्रयास शुरू कर दिया गया है. प्रवासी मजदूरों के आवागमन की देखरेख करने वाले राज्य मुख्यालय को विधायक के द्वारा मामले से अवगत कराते हुए ताजिकिस्तान में फंसे मजदूरों को सहयोग करने की मांग की गई है. विधायक ने बताया कि ताजिकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास तक मजदूरों का मामला पहुंच गया है. उम्मीद है कि मजदूरों की समस्याओं का समाधान जल्द होगा.

ये भी पढ़ें: ताजिकिस्तान में फंसे झारखंड के मजदूरों की हुई वतन वापसी, देश लौटने के बाद चेहरे पर दिखी खुशी

ताजिकिस्तान में ये मजदूर हैं फंसे: गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड अंतर्गत तुकतुको के खिरोधर महतो, नागेश्वर चौधरी, रामदेव महतो, औरा के सुखदेव महतो, संतोष कुमार, माहुरी के गोवर्धन महतो, ढिबरा के जगरनाथ महतो, परतापुर के गणेश महतो, घाघरा के कैलाश महतो, सरिया प्रखंड के अंतर्गत पिपराडीह के डुमरचंद महतो, डुमरी प्रखंड के अंतर्गत कुलगो के शंकर कुमार, सेवाटांड के झरिलाल महतो, हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ प्रखंड अंतर्गत गोविंदपुर के बालेश्वर महतो, नागी के महेंद्र महतो, करगालो के शिवशंकर साव, सारूकुदर के टुकामन महतो, नागेश्वर महतो, केंदुवाडीह के डेगलाल गंझू, बलकमक्का के दर्शन महतो, उच्चाघाना के प्रकाश महतो, खरना के सुरेश महतो, डेगलाल महतो, महेश महतो, अशोक कुमार, सिरैय के राजेश महतो, बसरिया के सुकर महतो, टाटीझरिया प्रखंड अंतर्गत जोलमी के दौलत महतो, लालमण महतो, योधा महतो बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत हुरलुंग के नारायण महतो, बालेश्वर महतो, कडमा के दशरथ महतो, अशोक कुमार, करतवारी के प्रकाश महतो, और धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड अंतर्गत मानटांड के दिनेश कुमार महतो शामिल हैं.

सरिया के प्रवासी मजदूर की बंगलुरु में मौत: इधर ताजिकिस्तान में मजदूरों के फंसे होने का मामला सामने आने के ठीक दूसरे दिन गिरिडीह जिले के सरिया प्रखंड के बलीडीह के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर की बंगलुरु में मौत होने का मामला सामने आया है. मृतक का नाम प्यारी मंडल है. उसकी मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. वह बंगलुरु में बिल्डिंग लाइन में मजदूर के रूप में कार्यरत था.

ये भी पढ़ें: Giridih Migrant Died in Dubai: गिरिडीह के युसूफ की दुबई में मौत, घर में पसरा मातम

इन मजदूरों की भी हो चुकी है मौत: पिछले दो-तीन महीने के आंकड़ें पर गौर करें तो बगोदर, सरिया और विष्णुगढ़ प्रखंड के करीब 6 प्रवासी मजदूरों की मौत विभिन्न हादसों में हुई है. दस दिन पहले बगोदर के माहुरी गांव के प्रवासी मजदूर युसूफ अंसारी की सड़क दुर्घटना में दुबई में मौत, बगोदर के घाघरा के प्रवासी मजदूर धानेश्वर महतो की 28 दिसंबर को एक हादसे में ओमान में मौत, बगोदर के बरवाडीह के रोहित पंडित की सड़क दुर्घटना में दुबई में मौत, बगोदर अंतर्गत अटका पारटांड के दिनेश्वर दास की दुबई में मौत, बगोदर विवेकनगर के रंजीत शर्मा की मुंबई में मौत, घाघरा के धानेश्वर महतो की मुंबई में मौत सहित अन्य प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.