गिरिडीहः बगोदर प्रखंड के अटका स्थित जीटी रोड सिक्स लेन के प्रभावित भू-रैयतों की बैठक रविवार को आईटीआई कॉलेज परिसर में हुई. बैठक में मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया.
बैठक में उपस्थित भू-रैयत संघ के अध्यक्ष शत्रुधन प्रसाद मंडल ने कहा कि मांगों को लेकर सीएम से लेकर सांसद, विधायक और डीसी से फरियाद लगाया जा चुका है, लेकिन मामले में अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि अटका के 11 सौ भू-रैयतों के मुआवजा का जो मापदंड बनाया गया है, सही नहीं है.
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भू-रैयतों का आरोप हैं कि जीटी रोड सिक्स लेन के किनारे सरकारी स्तर पर रोड के किनारे की जमीन अधिकृत की जा रही है, इसमें जमीन और मकान को भी कृषि आधारित जमीन दिखाया गया है, जिसे लेकर विरोध किया जा रहा है. उनका कहना हैं कि बगोदर प्रखंड के 28 गांव से होकर जीटी रोड गुजरता है और 27 गांव के प्रभावित भू-रैयतों को आवासीय दर पर मुआवजे का भुगतान तक कर दिया गया है.
मंडल ने बताया कि बगोदर प्रखंड का अटका ही एक ऐसा पंचायत है, जहां रोड के किनारे की जमीन को सर्वे में कृषि भूमि दर्शाया गया है और उसी के आधार पर मुआवजा राशि निर्धारित की गई है. भू-रैयतों ने दो टूक में कहा कि कृषि भूमि को आवासीय का दर्जा नहीं देने पर वे जान देंगे, लेकिन जमीन नहीं.