गिरिडीह: झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि अलग राज्य गठन के 21 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अब तक कोई स्थानीय व नियोजन नीति तय नहीं होने से युवाओं को बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ रहा है. इस मामले पर राज्य की हेमंत सरकार लगातार काम कर रही है. राज्य के मुख्यमंत्री काफी संजीदा हैं और वे रोजगार के मुद्दे पर भी गंभीर हैं. उक्त बातें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मधुबन में पत्रकारों से बात करते हुए कही. उन्होंने कहा कि अभी तक झारखंड के लोग इसी बात में उलझे हैं कि स्थानीय नीति क्या होगी. इससे सबसे ज्यादा चिंतित युवा पीढ़ी है. ऐसे में सरकार व पूरा मंत्रिमंडल इसे लेकर गंभीर है.
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भाषा विवाद पर भी विचार: राजेश ठाकुर ने कहा कि हेमंत सरकार भाषा के मसले पर भी गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है. कैबिनेट की बैठक में भी इस मसले पर चर्चा होने की बात सामने आयी है. वहीं प्रदेश में संगठन का प्रमुख होने पर उन्होंने भी इस संबंध में पार्टी कोटे से सरकार में शामिल मंत्रियों से इस बात पर चर्चा की और युवाओं की समस्या की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने का काम किया है. राजेश ठाकुर ने कहा कि सरकार जो भी हो, युवाओं के हित को ध्यान में रखते हुए एक ठोस फैसला लेने की जरूरत है.