गिरिडीह: पांच करोड़ की लूट की घटना ने पुलिस को उलझा कर रख दिया था. गिरिडीह एसपी अमित रेणू की टीम इस लूट को सुलझाने में घटना के दिन से ही परेशान थी. चूंकि मामला राज्य के सबसे बड़ी लूट से जुड़ा था ऐसे में जल्द से जल्द पूरे मामले का उदभेदन करना एक चुनौती से कम नहीं था. गिरिडीह एसपी ने कांड को सुलझाने के लिए जिले के तेज तर्रार अधिकारियों व पुलिसकर्मियों की 38 सदस्य जम्बो टीम गठित की. एसडीपीओ खोरी महुआ मुकेश कुमार महतो की अगुवाई में गठित इस टीम में सरिया-बगोदर एसडीपीओ नौशाद आलम, डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार, साइबर डीएसपी संदीप सुमन के साथ इंस्पेक्टर विनय राम, नवीन कुमार सिंह को भी शामिल किया गया.
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टीम ने लगातार 360 घंटे तक काम किया. इस दौरान झारखंड के कई जिलों के अलावा, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र व बंगाल भी गिरिडीह पुलिस की टीम गई. दिन रात एक करने के बाद लूटी गई रकम में से लगभग सवा तीन करोड़ (3,24,15000) बरामद किया गया. मामले में आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. शुक्रवार की शाम को एसपी अमित रेणू ने इस सफलता की जानकारी प्रेस को दी. बताया कि किस तरह अधिकारी से लेकर कर्मी तक दिन रात मेहनत करते रहे.
आधा दर्जन गिरफ्तार, एक फरार: एसपी ने बताया कि अभी तक इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उनमें धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के रामनगर भिलेज रोड निवासी राजेश सिंह, अमलाटांड़ निवासी मो करीम अंसारी, अमरपुर अपर बाजार निवासी बिनोद विश्वकर्मा एवं फकीरडीह निवासी शाहजाद आलम शामिल हैं. इसके अलावा हजारीबाग जिले के बरही थाना क्षेत्र के रसोईया धमना गांव निवासी रंजीत कुमार एवं चतरा जिले के ईटखोरी थाना क्षेत्र के कोनी गांव निवासी अजीत कुमार सिंह की गिरफ्तारी हुई है. बताया कि इस कांड में शामिल एक अपराधी अभी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है.
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अपराधियों तक कैसे पहुंची पुलिस: एसपी ने बताया कि इस मामले के उद्भेदन, अपराधियों की गिरफ्तारी तथा लूटे गये रुपये की बरामदगी को लेकर एक विशेष टास्क फोर्स ने बारीकी से काम किया. इस दौरान मिली सूचना पर जिस क्रेटा वाहन में लूट हुई थी उसकी बारीकी से जांच की गई तो दो जीपीएस मिले. यह जीपीएस इन्हीं अपराधियों ने लगभग डेढ़ माह पूर्व लगाया था. इससे अनुसन्धान में काफी सहयोग मिला. टीम को मिली अन्य सूचना के आधार पर बरही में छापामारी कर सबसे पहले रंजीत कुमार को पकड़ा गया. पूछताछ में रंजीत ने लूट मामले से पूरी तरह से पर्दा उठा दिया. उसकी निशानदेही पर उसके पास से लूट का 01 करोड़ 14 लाख रुपये बरामद किए गए. रंजीत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पांच अलग-अलग टीम ने अलग-अलग इलाकों में छापामारी की. इस छापामारी में पांच अपराधी पकड़े गये और लूट के और 02 करोड़ 10 लाख 15 हजार रुपये बरामद किए गए.
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क्या-क्या हुआ बरामद: पुलिस ने पकड़े गये अपराधियों के पास से लूटे गये रुपये में से 03 करोड़ 24 लाख 15 हजार रुपये बरामद किया है. लूट के दौरान प्रयोग में लाया गया एक एक्सयूवी वाहन, घटना में प्रयोग में लाया गया आठ मोबाइल एवं क्रेटा वाहन में अपराधियों द्वारा लगाया गया एक जीपीएस बरामद किया गया है.
आयकर विभाग को दी गयी है जानकारी: एसपी ने बताया कि लूटे गये पांच करोड़ रुपये एवं बरामदगी मामले से आयकर विभाग को अवगत करा दिया गया है. आयकर विभाग इन रुपये के मामले की पड़ताल कर रही है. बताया कि अन्य सहयोगी एजेंसी को भी सूचना दी गई है.
ये भी थे स्पेशल टीम में: इस कांड के उदभेदन में जुटी टीम में तीन एसडीपीओ, एक डीएसपी के अलावा इंस्पेक्टर विनय राम, नवीन कुमार सिंह, जमुआ के तत्कालीन प्रभारी पप्पू कुमार, वर्तमान प्रभारी विपिन कुमार, बगोदर प्रभारी नीतीश कुमार, धनवार प्रभारी पीकू प्रसाद, निमियाघाट प्रभारी साधन कुमार, लोकाय प्रभारी नागेंद्र कुमार के साथ कई अवर निरीक्षक, सहायक अवर निरीक्षक, तकनीकी शाखा के जोधन कुमार के साथ कुल 38 कर्मी शामिल थे.
क्या है मामला: बता दें कि 20 जून 2023 की रात नौ बजे एक क्रेटा वाहन विशेष सेफ में रखे पांच करोड़ रुपये लेकर बिहार के पटना से कोलकाता के लिए चला था. इसी दौरान 21 जून की रात डेढ़ बजे गिरिडीह जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के बाटी मोड़ के पास एक स्कार्पियो तथा एक एक्सयूभी वाहन ने क्रेटा वाहन को रोककर लूट की घटना को अंजाम दिया था. इस संबंध में क्रेटा चालक गुजरात के पाटन जिले के सांतलपुर थाना क्षेत्र के पर गांव निवासी मयूर सिंह जडेजा की शिकायत पर अज्ञात अपराधियों के विरूद्ध जमुआ थाना में मामला दर्ज कराया गया था. क्रेटा वाहन में चालक के अलावा जगत सिंह जडेजा सवार थे. ये लोग डीवाई कंपनी के मैनेजर भरत सिंह सोलंकी के निर्देश पर रूपये लेकर कोलकाता जा रहे थे.