गिरिडीह/धनबाद: मुफस्सिल थाना इलाके के उग्रवाद प्रभावित बजटो (महुआटांड़ के समीप) गोलीकांड कांड के बाद क्षेत्र में दहशत देखा जा रहा है. यहां ग्रामीण डरे हुए हैं और जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ घटना (Firing in Giridih) के फौरन बाद सदर एसडीपीओ अनिल सिंह के नेतृत्व के सर्च शुरू कर दिया गया है. एसपी अमित रेणू के निर्देश पर एसडीपीओ दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. यहां पर घटना की जानकारी ली. इस दौरान बजटो मोड़ ( घटनास्थल) के पास एक खोखा भी बरामद किया गया.
रिश्तेदार को जमीन दिखा रहा था जलांधर
इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार को जलांधर के घर पर छठी का कार्यक्रम था. इस छठी में जलांधर के रिश्तेदार भी पहुंचे थे. दोपहर लगभग 2 बजे जलांधर अपने साल व एक अन्य रिश्तेदार को लेकर बन्दरकुप्पी-लेदा पथ के किनारे बजटो मोड़ पर स्थित अपनी जमीन पर था. वह अपने रिश्तेदारों को जमीन दिखा रहा था इस दौरान दो बाइक पर सवार तीन अपराधी पहुंचे. अपराधियों ने सीधे जलांधर पर रिवाल्वर तान दिया. यहां पर जलांधर व अपराधियों के बीच हाथापाई भी हुई, इस बीच अपराधियों ने गोली चला दी.
जलांधर पर फायरिंग
गोली जलांधर के पेट को छूते हुए निकल गयी. इसके बाद घायल अवस्था में जलांधर घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर स्थित अपने घर की तरफ भागने लगा. भागते भागते वह गिर गया जबकि अपराधी दो चक्र हवाई फायरिंग करते हुए बाइक पर सवार होकर लेदा की तरफ भाग निकले. बाद में परिजन घायल जलांधर को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे और यहां पर उपचार करवाया. यहां से बेहतर इलाज के लिए जलांधर को धनबाद रेफर कर दिया गया.
एसडीपीओ अनिल सिंह ने कहा कि अपराधी दो पल्सर पर सवार थे. जलांधर पर गोली चलाने के बाद अपराधी लेदा-कसियाडीह की तरफ फरार हुए हैं. वैसे सभी बिंदुओं पर पड़ताल चल रही है. कोई पुरानी रंजिश है या और कोई कारण यह सब जल्द ही पता चल जाएगा. कहा कि अपराधी जो भी हैं सभी पकड़े जायेंगे. इधर मुफस्सिल पुलिस ने बताया कि जलांधर यादव पूर्व में कई आपराधिक कांड का अभियुक्त रहा है. हालांकि कई मामलों में वह बरी भी हो चुका है. हाल के कई वर्षों से वह खेती कर रहा था.
धनबाद एसएनएमएमसीएच में भर्ती
घायल जलांधर यादव को धनबाद SNMMCH अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जलांधर यादव ने बताया कि गांव के ही रहेनवाले दिनेश यादव से विवाद चल रहा था. दिनेश के साथ वह पहले गिरिडीह में मोंगिया टीएमटी कंपनी में ठेकेदारी का काम करते था. पैसे को लेकर दोनों के बीच पूर्व में विवाद हुआ था. इसके बाद दिनेश ने कंपनी में ठेकेदारी छोड़ दी, लेकिन जलांधर कंपनी में ठेकेदारी करता रहा गया. पैसे को लेकर हुए विवाद के कारण दिनेश के द्वारा गोली चलाई गई है.