गिरिडीह: 60-40 की नीति का विरोध में झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के द्वारा बुलाए गए बंद के दूसरे दिन डुमरी में जुलूस निकाला गया. जिसमें सैकड़ों छात्र के साथ स्थानीय लोग भी सड़क पर उतरे. डुमरी केबी हाई स्कूल के मैदान से निकला गया जुलूस इसरी बाजार में भी पहुंचा. इस दौरान छात्रों और युवाओं के नेता जयराम महतो भी शामिल हुए. जुलूस एक जगह एकत्रित हुई तो जनसभा भी किया गया. जनसभा को जयराम महतो ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारी लड़ाई सिस्टम से है. वह सिस्टम जो एक भाई को नक्सली बनाती है तो एक को थाना प्रभारी और दोनों को गोली से मरवाती है.
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जयराम ने कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में सबसे अधिक कोई विधि व्यवस्था को बदल सकता है, युवाओं के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है, तो वह राजनेता हैं. राजनेता जिन्हें लोगों ने सत्ता में बैठाया हैं. वे यदि हमारे पक्ष में नीति नियम लागू नहीं करते हैं तो 2024 के चुनाव में हम ऐसी चोट देंगे कि वे हमें आजीवन याद रखेंगे. जयराम ने कहा कि हम कोल्हान में थे वहीं हमें सूचना मिली की डुमरी में बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया जा रहा है. इस सूचना पर वे यहां पहुंचे है. आगे हम लोग गांव-गांव जाएंगे लोगों को बताएंगे कि राज्य का गठन यहां के स्थानीय, मूलवासियों के लिए किया गया है, तो हमें अधिकार मिलना चाहिए. हमें अपना अस्तित्व बचाना हैं और विधानसभा में ललकाराना हैं कि हमारा अस्तित्व जिन्दा हैं.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: दूसरी तरफ बंद और सड़क पर समर्थकों को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी. इस मौके पर एसडीपीओ मनोज कुमार, इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी, थानेदार पवन कुमार, साधन कुमार, राजू मुंडा भी मौजूद थे.